*सोनभद्र/सिंगरौली* एनसीएल के तमाम परियोजनाओं में आईटीआई के पश्चात बीते मार्च माह से कर रहे अप्रेंटिस में कुल 441 बच्चो का बीते कई माह से 5 से 7 हजार तक उनको वेतन दिया जाने लगा। जिसके बाद सभी विद्यार्थियों द्वारा एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली पहुँच कर एच. आर डिपार्टमेंट में जानकारी दी गयी। पर किसी प्रकार का आस्वासन न मिलने पर उच्च अधिकारियों से बात करने की ठान ली। बताते चले कि पूर्व में एनसीएल परियोजना में भर्ती के दौरान उनका मानदेय लगभग 13 हजार रुपये बताया गया था और कुछ माह तक मिला भी था। और बिना किसी सूचना के उनके मानदेय में कटौती कर ली गयी। ऐसे में कुल 441 अप्रेंटिस कर रहे छात्र एनसीएल मुख्यालय भारी संख्या में पहुँच कर अपने मानदेय की मांग की गई। साथ ही विद्यर्थियों द्वारा बताया गया कि कई माह बीत चुके पर अभी तक कई विद्यार्थियों को जूता,हेलमेट समेत किसी प्रकार का आइडेंटी कार्ड भी नही उपयोग कराया गया। जबकि अप्रेंटिस कर रहे विद्यार्थी कोल माइंस में भी जाते है। किसी प्रकार का कार्य के दौरान दुर्घटना होने पर खुद से ही इलाज कराया जाता है। एनसीएल द्वारा मेडिकल की भी सुविधा उपलब्ध नही कराई गई है। और अप्रेंटिस के दौरान विद्यार्थियों को कोई सिखाने वाला व्यक्ति नही होता। प्रबंधन की विद्यार्थियों के साथ इतनी बड़ी लापरवाही पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है।