पूर्वांचल राज्य बना तो शिक्षा, रोजगार और किसानों की तरक्की का खुलेगा रास्ता- पवन कुमार सिंह

सोनभद्र। पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा की एक बैठक मोर्चा कार्यालय न्यू कॉलोनी रावटसगंज सोनभद्र में दिन के 1:00 बजे प्रदेश सचिव एडवोकेट पंकज कुमार यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुई ! राष्ट्रीय महासचिव संगठन पवन कुमार सिंह ने कहा कि पूर्वांचल की अपनी खास पहचान पहचान हैखेती किसानी, शिक्षा, धर्म संस्कृति और खनिज संपदाओं से भरपूर पूर्वांचल विकास की दौर में बहुत पीछे छूट गया है | पूर्वांचल प्रदेश के सबसे पिछड़े क्षेत्र में से एक है| प्रदेश का ये हिस्सा कला, संस्कृति और वैभवशाली इतिहास को धारण किये हुए है इसके बावजूद भी यहां के नागरिक बुनियादी सुविधाओं की कमी, उचित ग्रामीण शिक्षा और रोजगार, कानून व्य़वस्था की बिगड़ी हालत समेत तमाम समस्याओं से रोज जूझते हैं। इसके बाद भी पूर्वांचल को हमेशा नजरअंदाज किया गया। हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म की उत्पत्ति पूर्वांचल की ही देन मानी जाती है। शिक्षाविद मनोज मिश्रा कहते हैं कि बढ़ती आबादी को देखते हुए अब यूपी का बंटवारा हो जाना चाहिए ताकि समुचित तरीके से प्रदेश का विकास हो सके
जिलाध्यक्ष शिव प्रकाश चौबे उर्फ राजू चौबे ने कहा कहते हैं कि पूर्वांचल राज्य बनना वक्त की जरूरत है। इसे बनने में जितनी देरी होगी राज्य उतना पीछे होगा। प्रदेश अब बोझ हो रहा है। न जनता के वादे पूरे हो पाते हैं और नहीं विकास का गति मिल पा रही है। इसलिए बंटवारे की चर्चा का स्वागत होना चाहिए। बैठक का संचालन प्रदेश अध्यक्ष विमलेश कुमार त्रिपाठी ने किया ! इस अवसर पर संतोष चतुर्वेदी विकास त्रिपाठी दीप नारायण पटेल प्रदीप चौहान धनंजय कुमार कमल भाई दीपक कुमार जायसवाल नवीन कुमार पांडे श्याम दास विश्वकर्मा प्रेम नारायण भाई आदि लोग उपस्थित रहे ! प्रेषक – शिव प्रकाश चौबे उर्फ राजू चौबे जिलाध्यक्ष पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा

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