—अनिल बेदाग—
मुंबई : जबसे निर्देशक आशुतोष गोवारीकर की फिल्म पानीपत रिलीज़ हुई है तब से इसे प्रशंसकों के साथ-साथ आलोचकों से भी बहुत सराहना मिली है। फिल्म को हर दिन बहुत सारी प्रतिक्रिया मिल रही है और सभी जगह अच्छे वर्ड ऑफ़ माउथ से फिल्म को जायदा मिल रह है। निर्देशक आशुतोष गोवारिकर द्वारा बताए गए इतिहास के इस खूबसूरत हिस्से को देखने के लिए न केवल वयस्क बल्कि युवा स्कूली बच्चे भी बहुत उत्सुक हैं।
पानीपत की तीसरी लड़ाई को एक खोई हुई लड़ाई कहा गया है और हमारे स्कूल की पाठ्य पुस्तकों में इसके बारे में बहुत कुछ नहीं कहा या लिखा गया है। अब निर्देशक आशुतोष गोवारीकर ने पानीपत की तीसरी लड़ाई पर यह फिल्म बनाई है, इस फिल्म को लेकर स्कूल के शिक्षक और अधिकारी भी उत्सुक हैं कि बच्चे फिल्म देखें ताकि उन्हें पता चले कि पानीपत की तीसरी लड़ाई का हमारे इतिहास में क्या महत्व है।