बंगलुरू ।
कर्नाटक में बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की चार महीने पुरानी सरकार का भविष्य कल उस समय तय हो जाएगा जब पन्द्रह विधानसभा क्षेत्रों में पड़े मतों की गिनती पूरी हो जायेगी। कांग्रेस और जनता दल सेक्यूलर से इस्तीफा दे चुके और अयोग्य करार दिये जा चुके पन्द्रह विधायकों की सीटों पर चुनाव के लिए बृहस्पतिवार को मतदान कराया गया था। इसमें 67 दशमलव नौ एक प्रतिशत वोट पड़े।
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने 29 जुलाई को विश्वास मत हासिल किया था। उस समय 225 सदस्यों वाली विधानसभा में विधायकों की प्रभावी संख्या 208 थी। फिलहाल विधानसभा में भाजपा के 115, कांग्रेस के 66 और जनता दल यूनाईटेड के 34 सदस्य हैं। भाजपा को सत्ता में बने रहने के लिए छह और विधायकों का समर्थन चाहिए। एक निर्दलीय सदस्य पहले ही समर्थन दे रहा है।