उन्नाव पीड़िता की मौत के बाद प्रदेश भर के लोगों में आक्रोश है। राजनीतिक दलों ने भी एक-एक कर योगी सरकार के घेरना शुरू कर दिया है।
लखनऊ.।उन्नाव पीड़िता की मौत के बाद प्रदेश भर के लोगों में आक्रोश है। राजनीतिक दलों ने भी एक-एक कर योगी सरकार के घेरना शुरू कर दिया है। प्रदेश भर में विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आए है। सबसे पहले सुबह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मौन रखकर विधानसभा के गेट नंबर दो के बाहर बैठकर चुपचाप प्रदर्शन किया। जिसके बाद प्रदेश भर के विभिन्न जिलों में इसको लेकर कार्यकर्ताओं ने महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन किया। दोपहर होते-होते कांग्रेस ने भी धरना प्रदर्शन कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। यही नहीं स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख पुलिस से उनकी मुठभेड़ भी हो गई।
यह सभी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने वाले थे। लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकना चाहा। इसके बाद वह भाजपा दफ्तर के पास पहुंच गए और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजी और कईयों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इस दौरान काई कार्यकर्ता घायल भी हुए। वहीं प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर गाड़ियों में भरा और जेल ले गए। इससे पूर्व अजय कुमार लल्लू बस के सामने ही लेट गए और सरकार से रेप की घटनाओं को लेकर कार्रवाई की मांग करने लगे। आखिर में जद्दोजहद के बाद पुलिस ने उन्हें उठाकर बस में डाला।
भाजपा सरकार और प्रशासन के लचर रवैये की वजह से हुई उन्नाव पीड़िता की मौत के विरोध में आज विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।
*जीपीओ पर भी हुआ प्रदर्शन-
इस दौरान उन्होंने जीपीओ पर भी प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में प्रमुख रूप से कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा मोना, जितिन प्रसाद, पीएल पुनिया राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी, राष्ट्रीय सचिव सचिन नाइक, राना गोस्वामी, प्रवक्ता अंशू अवस्थी, अशोक सिंह और प्रमोद पांडेय आदि शामिल रहे।