सोनभद्र/दिनांक 02 दिसम्बर, 2019। प्रातःकालीन समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने लापरवाह अधिकारियो की कसी नकेल। बैठक की जानकारी देने के बावजूद गैर हाजिर रहने वाले जिला प्रोबेषन अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक के वेतन रोकने के दिये गये निर्देश। सीएमओ के गैर हाजिर रहने पर किया जवाब-तलब। बाल विकास पोषाहार विभाग के कार्यों के प्रति षिथिल नियंत्रण रखने वाले जिला कार्यक्रम अधिकारी के खिलाफ शासन को पत्र भेजने के निर्देश। मामला यूं था, जिलाधिकारी जिले की जन कल्याणकारी योजनाओं सहित अन्य जनोपयोगी कार्यों के सम्बन्ध में प्रातः 9.15 बजे का समय सोमवार को निर्धारित किया था, जिसमें विकास के लिए मुख्य विकास अधिकारी राजस्व के लिए अपर जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी सदर, शिक्षा के लिए जिला बेसिक शिक्षा व जिला विद्यालय निरीक्षक, नगर विकास के लिए पीओ डूडा, सामाजिक पेंषन के लिए जिला समाज कल्याण अधिकारी, श्रम पंजीयन के लिए श्रम विभाग, पशु पालन के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, धान क्रय के लिए डिप्टी आरएमओ, शौचालय निर्माण ग्रामीण के लिए डीपीआरओ व पेयजल के लिए अधिषासी अभियन्ता जल निगम तथा महिला कल्याण के लिए जिला प्रोबेषन अधिकारी मौजूद रहना था, जिसमें बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी व जिला विद्यालय को गैर हाजिर रहने पर वेतन रोकने, सीएमओ को मौजूद न होने व उनका कोई प्रतिनिधि न होने पर सीएमओ से जवाब तलब करने के निर्देश दियें। जिलाधिकारी ने सरकारी जमीन के अवैध कब्जे को मुक्त कराने, सीलिंग प्रकरण, धान खरीद के लिए खाता सत्यापन, ई-गवर्नेंस सेवाओं के साथ ही भूमि समधान के सम्बन्ध में अपर जिलाधिकारी से बिन्दुवार समीक्षा की और संतोष व्यक्त किया। इसके बाद विकास कार्यों की जानकारी करने के बाद परिषदीय स्कूलों की व्यवस्था के सम्बन्ध में कायाकल्प माड्यूल, एआरपी चयन, लर्निंग आउट कम की फीडिंग, एमडीएम, एलपीसी की उपलब्धता, परिषदीय स्कूलों में बुधवार को दूध की व्यवस्था आदि की समीक्षा की। बाल विकास एवं पोषाहार की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी को बार-बार दिषा-निर्देष देने व समझाने-बुझाने के बावजूद जिला कार्यक्रम अधिकारी को अपने विभाग पर षिथिल नियंत्रण पाया, जिससे जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी के लापरवाही से शासन को अवगत कराने के निर्देष दियें। जिलाधिकारी ने निराश्रित गोवंष आश्रय स्थल में मौजूद गोवंषों को बेहतर खान-पान के साथ ही उन्हें ठण्डक से बचाव के लिए गोवंष ओढ़ना की व्यवस्था कराने के निर्देष मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दियें। जिलाधिकारी ने खनन क्षेत्रों में स्थापित क्रषरों पर काम करने वाले मजदूरों का शत-प्रतिषत पंजीयन कराने का निर्देष सम्बन्धितों को दिया। इस समीक्षा में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।