जीवन मंत्र । जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से कुत्ते के द्वारा शुभाशुभ शकुन विचारने का नियम……
1- शकुन शास्त्र के अनुसार कुत्ता यदि अचानक धरती पर अपना सिर रगड़े और यह क्रिया बार-बार करे तो उस स्थान पर गड़ा धन होने की संभावना होती है।
2- यदि यात्रा करते समय किसी व्यक्ति को कुत्ता अपने मुख में रोटी, पूड़ी या अन्य कोई खाद्य पदार्थ लाता दिखे तो उस व्यक्ति को सदा ही धन का लाभ होता है।
3- जिसके घर में कोई कुत्ता बहुत देर तक आकाश, गोबर, मांस, विष्ठा देखता है तो उस मनुष्य को सुंदर स्त्री की प्राप्ति और धन का लाभ होता है।
4- यदि किसी रोगी के सामने कुत्ता अपनी पूंछ या हृदय स्थल बार-बार चाटे तो शकुन शास्त्र के अनुसार बहुत ही जल्दी उस रोगी की मृत्यु होने की संभावना रहती है।
5- यात्रा के लिए जाते हुए यदि कोई कुत्ता बाईं ओर संग-संग चले तो सुंदर स्त्री और धन की प्राप्ति होती है। यदि दाहिनी ओर चले तो चोरी या और किसी प्रकार से धन हानि की सूचना देता है।
6- यदि किसी जुआरी को जुआ खेलते जाते समय दाईं ओर कुत्ता मैथुन करता मिले तो उसे जुए में अत्यधिक लाभ होता है।
7- यदि किसी स्थान पर बहुत से कुत्ते एकत्रित होकर भौंके तो वहां रहने वाले लोगों पर कोई बड़ी विपत्ति आती है या फिर वहां के लोगों में भयंकर लड़ाई-झगड़ा होता है।
8- यदि कुत्ता बाएं घुटने को सूंघते हुए दिखे तो धन प्राप्ति होती है तथा दाहिने घुटने के सूंघता दिखे तो पत्नी से झगड़ा होता है। बाईं जांघ को सूघें तो स्त्री से समागम और दाईं जांघ को सूंघे तो मित्र से वैर होने की संभावना रहती है।
9- भोजन करते समय यदि कोई कुत्ता अपनी पूंछ उठाकर सिर को हिलाता है भोजन नहीं करना चाहिए, क्योंकि वह भोजन करने से रोगी होने की संभावना रहती है
10- यदि किसी यात्री को देखकर कुत्ता भय से या क्रोध से गुर्राता है अथवा बिना किसी कारण से इधर-उधर चक्कर काटे तो उस यात्रा करने वाले को धन की हानि होती है।
11- यदि किसी व्यक्ति की चारपाई के नीचे घुसकर कुत्ता भौंकता है तो उस चारपाई पर सोने वाले को रोग और मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
12- यदि कुत्ता पेड़ के नीचे खड़ा होकर भौंकता है तो ये वर्षाकाल में अच्छी वर्षा का संकेत होता है।