बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
जोर-शोर से चल रही तैयारीयां।
राष्ट्रीय बनने से पूर्व भी सेवा समर्पण संस्थान में आ चुके हैं महामहिम।
1998 में किया गया था आश्रम का शुरुआत।
संस्थान में स्थित इंटर कॉलेज व क्षात्रावास का करेंगे शुभारंभ।
बभनी।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहली बार सेवा समर्पण संस्थान चपकी में आएंगे। एक बार वह राष्ट्रपति न रहने के दौरान इस संस्थान में आ चुके हैं। लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद उनका यह पहला आगमन होगा। इसके लिए महीनो से जोर शोर से
तैयारी चल रही है। सम्मेलन स्थल को तैयार करने के लिए जेसीबी, पोकलेन तथा अन्य मशीनरी लगाई गई है। गड्ढों को भरकर फील्ड समतल किया जा रहा है। भवनो की पुताई व पेन्टिंग का कार्य तीब्र गति से चल रहा है । साथ ही जगह जगह से आने वाले छोटे बडे वाहनो को खडा करने के लिये जगह निर्धारित की जा रही है।
राष्ट्रपति 29 नवंबर को सेवा समर्पण संस्थान सेवाकुंज में आएंगे और यहां करीब सवा लाख बनवासियों के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। राष्ट्रपति के कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल के अलावा कई मंत्रियों के भी आने की संभावना जताई जा रही है। इसकी तैयारी में लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, एनसीएल लगा हुआ है। इसके देख रेख के लिए सैकड़ों कार्यकर्ताओं को भी लगाया गया है।
सेवा कुंज चपकी कारीडाड मे अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिह व अपर पुलिस अधिक्षक आपरेशन अभय नाथ त्रिपाठी ने महामहिम राष्ट्रपति के कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया।इस दौरान निर्माणाधीन हैलीपैड का निरीक्षण किया और कार्यों की प्रगति का आंकलन किया।29 नवम्बर को
महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संस्थान मे स्थित इण्टर कालेज और छात्रावास का लोकर्पण करेगे।क्षेत्र मे इस महामहिम राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर हर्ष है वही सभी विभाग के लोग कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपने अपने कार्यो को पुरा करने मे लगे है रविवार को अपर जिलाधिकारी के साथ जनपद के आधा दर्जन अधिकारी मौजुद रहे और कार्यो को पुरा कराने मे लगे रहे।संस्थान मे पांच हैलीपैड का निर्माण हो रहा है।ब्लॉक के तैनात सफाई कर्मी भी साफ सफाई मे लगे है।इस मौके संस्था के अध्यक्ष राम पाठक,प्रान्त सह सगठन मत्री आनन्द जी ,आलोक कुमार चतुर्वेदी, केंद्र प्रमुख कृष्णगोपाल,अधिशासी अभियन्ता निर्माण खण्ड उदय नारायण ,अवर अभिन्ता सुखदेव प्रसाद, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल ,जिला पंचायत राज अधिकारी आर के भारती सहित अन्य अधिकारी गण मौजूद रहे।