समर जायसवालस्थानीय थाना क्षेत्र के पोलवा गांव में सोमवार को सुबह करीब साढ़े दस बजे खुशबू 17 पुत्री रामप्रताप भुइंया ने पक्का मकान में रोशनदान में लगी लोहे की कील में साड़ी का फंदा डाल कर फांसी लगा कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। घटना के समय पिता शौच के लिए बाहर गया हुआ था और माँ घटना के दिन सुबह ही झारखंड स्थित अपने मायके चली गई थी।शौच के बाद लौटने पर पिता राम प्रताप भुइंया ने दरवाजा अंदर से बंद पाया।काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी नहीं खुलने पर उसने खिड़की से झांका तो अंदर का दृश्य देखकर स्तब्ध रह गया।आनन फानन में परिजन रोशनदान की ओर से किसी तरह कमरे में दाखिल हुए और अंदर से बंद दरवाजा खोलवाया।परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर ग्रामीणों की मौजूदगी में शव का पंचनामा करने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए दुद्धी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया। घटना के विषय में घर के लोग कुछ भी कहने से परहेज करते रहे।पिता रामप्रताप भुइंया ने बताया कि घटना के दिन सुबह मायके जाते समय पत्नी उसे अपने साथ ले जाना चाहती थी लेकिन वह साथ नहीं गयी और जब वह शौच के लिए बाहर गया तो इसी बीच उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि मृतिका के पिता ने थाने पर लिखित सूचना दी है।शव को कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण हेतु दुध्दी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया है।प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का ही प्रतीत हो रहा है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी।