लखनऊ।विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के आह्वान पर आज ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारियों व अभियन्ताओं ने राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के समस्त परियोजना एवं जिला मुख्यालयों पर दूसरे दिन भी जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने मांग की है कि पावर सेक्टर इम्पलाइज ट्रस्ट में जमा धनराशि के भुगतान की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार ले और घोटाले के दोषी पावर कारपोरेशन व ट्रस्ट के अध्यक्ष को उनके पद से तत्काल हटाकर गिरफ्तार किया जाये जिससे घोटाले की निष्पक्ष जांच हो सके। संघर्ष समिति ने यह भी ऐलान किया है कि प्रान्तव्यापी विरोध सभाओं का क्रम चलता रहेगा।
अनपरा, संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले विरोध सभा मे सभा की अध्यक्षता अभियन्ता संघ के अध्यक्ष जी के मिश्रा, सहायक सचिव इं मणीन्द्र नाथ, क्षेत्रीय सचिव इं रोहित राय जीएम दताप इं मनोज सचान, जीएम बताप इं दीपक कुमार, इं अरविंद कुमार, इं आर के गुप्ता तथा संचालन विशंभर सिंह एवं वक्तागण सुशील श्रीवास्तव, शारदा प्रसाद, रामसागर सिंह, अजान बाबू सिंह, महेन्द्र यादव, विवेक कुमार सिंह, विजय बहादुर सिंह, अजय उपाध्याय, विनोद कुमारअभिषेक नारायण, अजय प्रताप गजानन श्रीवास्तव, शरद सिंह, दुष्यंत सिंह, मनोज सिंह, अरविंद सिंह, अभिषेक बरनवाल आदि सहीत भारी संख्या में परियोजना गेट पर उपस्थित हो कर पीएफ घोटाले में पावर कारपोरेशन व ट्रस्ट के अध्यक्ष को उनके पद से तत्काल हटाकर गिरफ्तार किया जाये जिससे घोटाले की निष्पक्ष जांच हो सके ।
ओबरा, परीछा, हरदुआगंज, पिपरी, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, बरेली, अयोध्या, मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, कानपुर, झांसी, बांदा, अलीगढ़ और आगरा में उत्तेजित बिजली कर्मचारियों ने 03 बजे से 05 बजे तक जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन कर मांग की कि ट्रस्ट में निवेशित धनराशि की जिम्मेदारी सरकार ले।
राजधानी लखनऊ में शक्ति भवन मंे हुए विरोध प्रदर्शन को संयोजक शैलेन्द्र दुबे, राजीव सिंह, एके सिंह, राम प्रकाश, गिरीश पाण्डेय, सुहेल आबिद, विपिन प्रकाश, मो. इलियास, विजय त्रिपाठी, पी एन तिवारी, परशुराम, करतार प्रसाद, डी के मिश्र, भगवान मिश्र, पूसेलाल, पी एन राय, पी एस बाजपेयी, कपिल मुनि प्रकाश, राम सहारे वर्मा, विशम्भर सिंह, शम्भू रत्न दीक्षित, कुलेन्द्र सिंह चैहान, सागर शर्मा, नितिन शुक्ला, सना उल्लाह खान, के एस रावत, दीपक चक्रवर्ती, कपिल मुनि प्रकाश मुख्यतया उपस्थित थे।