,प्रदूषण की याद दिलाने वालों को जेल भेजने की सभ्यता बदलनी होगी।

जीवन शैली नही बदले तो मनुष्य जीवन काल 30 साल में हो जाएगा खत्म

बनवासी सेवा आश्रम में ग्राम स्वराज्य सम्मेलन का पहला दिन

पंकज सिंह/विकास अग्रहरी@sncurjanchal

बनवासी सेवा आश्रम के विचित्रा महा कक्ष में कर्म योगी प्रेम भाई के स्मृति में बुधवार को दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन का आयोजन गांधी के चित्र पर मालार्पण कर अध्यक्ष अजय शेखर,गांधी विचारक चंदन पाल द्वारा किया गया।सम्मेलन में सिंघरौली परिक्षेत्र में प्रदूषण की वर्तमान स्थिति और एन जी टी के आदेश और अनुपालन पर चर्चा की गयी ।श्री शेखर ने कहा कि मनुष्य के लालची स्वभाव के कारण स्थिति भयावह होती जा रही है।फ्लोरोसिस की समस्या पर परामर्श दाता डॉ पायल ने संबोधन में कहा कि जिले के चार ब्लॉक फ्लोराईड प्रभावित है सरकार इसके रोक थाम के लिए कारगर कदम उठाने जा रही है बताया कि सभी गांव को शुद्ध पानी देने के साथ सही खान पान पूरक पोषण की जरूरत है।बताया पीड़ितों की जांच के बाद सही कदम उठाए जाएंगे।

मुख्य अतिथि कला नन्द मणि ने कहा कि गांधी जिसकी बात किसी ने नही सुना जिसका दर्द पूरे देश को है आज कानून है न सरकार है ,कानून कहता है कि हवा ,पानी को प्रदूषित नही कर सकते ,और हम याद दिलाते है तो हमे जेल भेजा जाता है ,ग़ांधी ने आधुनिकता को शैतान कहा था आज देश उसी का शिकार हो रहा है आज सोनभद्र की जो भयावह स्थिति है वह मनुष्य के जीने लायक नही है।जिस देश की राजधानी में सांस लेने लायक नही है यह भयानक आपात काल है। भारत मे फोर जी आया जिसमे भूमंडलीय कारण , वैश्विक नीति आतंक वाद ,आर्थिक मंदी ,।साढे चार अरब साल पहले पृथ्वी आयी।अब सोफिया नामक रोबेट सब करेगा।मनुष्य को प्रदूषण जीने नही देगा।तो उसी रोबेट से सब काम होंगे ।विशेष अतिथि चंदन पाल ने पर्यावरण प्रदूषण की समस्या का समाधान गांधी विचार से संभव पर जानकारी दी ।

जगत नारायण विश्वकर्मा ,केवला दुबे ,रघुनाथ भाई ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया रामनरायन और उमेश चौबे ने क्षेत्र की प्रदूषण की समस्या की जानकारी दी। इस दौरान अंधविश्वास के खिलाफ विज्ञान के चमत्कार का मंचन रमेश ,चांद तारा और साथियों द्वारा किया गया।मौके पर वसंत भाई,लक्ष्मण दत्त मिश्रा,राम चन्द्र दुबे,ग्राम प्रधान छोटकी देवी,अवध नारायण ,यादव, डॉ पायल,मेघा ,डॉ विभा, ओंकार पांडेय, लाल बहादुर राय,अभय सिंह , अमिता,अनु बहन, डॉ ब्रह्मजीत,सिंह, श्री मोहन शुक्ला,रामकिशुन आदि रहे।

Translate »