लखनऊ।अपने पूरे कार्यकाल में उसने नोटबंदी और जी.एस.टी के द्वारा जनता को सिर्फ परेशान करने का काम किया है। इससे अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर दी है। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि जीएसटी और नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को चैपट कर दी है अगर यही हाल रहा तो कुछ महीने में अर्थव्यवस्था छिन्न-भिन्न हो जाएगी गरीब जनता के सामने बुरे हालात होंगे। किसान कर्ज और वसूली से तबाह है। भाजपा सरकार ने पिछले सालों में 5-5 किलो करके खाद की बोरियों से जो निकाला है, अब उसी को वह 6 हजार रूपया बनाकर साल भर में वापस करने का ढोंग कर रही है। भाजपा ने दाम बढ़ाकर व वजन घटाकर दोहरी मार मारी है। किसान ‘बोरी की चोरी करने वाली भाजपा‘ का बोरिया बिस्तर ही बांध देगी। भाजपा सरकार में बेरोजगारी पिछले 45 साल से ज्यादा बढ़ी है। नौकरियों का झूठा ख्वाब दिखाने वालों से एक-एक नौकरी ना मिलने का बदला लेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन को वापस लाने की बात कर नोट बंदी कर दी इसके बाद जीएसटी लागू कर छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ दी उनका व्यापार चैपट हो गया नौजवानों को नौकरी देने के बजाय कहा पकौड़ियां तल लो। 56 इंच सीने की बात करने वाले का दिल एक इंच का भी नहीं है। प्रधानमंत्री गरीबों के साथ नहीं वह अम्बानी, अदानी के साथ हैं। भाजपा पूंजीवादी, आर.एस.एस.वादी जातिवादी सत्ता लोलुप पार्टी है। उसकी अब नाटकबाजी, जुमलेबाजी चलनेवाली नहीं है। भाजपा ने मंहगाई हटाने, नौकरियां देने, किसान की आय दुगनी करने के वादे किए थे वे पूरे नहीं हुए। गरीबों, पिछड़ों, दलितों, अलपसंख्यकों के अच्छे दिनों का पता नहीं, धन्नासेठों को जरूर मालामाल कर दिया गया। उसकी सोच साम्प्रदायिक है। भाजपा की केन्द्र सरकार और प्रदेश सरकार को जनता की नहीं, केवल वोट बटोरने की फिक्र है।