चित्रकूट। यूपी एमपी के बीहड़ों में दहशत की इबारत लिख खौफ का साम्राज्य कायम करने वाले खूंखार डकैत बबुली कोल के ख़ात्मे के बाद उसके गैंग के बचे हुए हार्डकोर सदस्यों को गिरफ़्तार कर गैंग का पूरी तरह से सफाया कर दिया गया है। पुलिस का दावा है कि अब बीहड़ में बबुली गैंग की परछाई भी मौजूद नहीं है। गैंग के बचे हुए अंतिम सदस्य 50 हजार के इनामी डकैत छोटे भईया उर्फ वीरप्पन को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर डकैतों के एक बड़े ज़खीरे का ख़ात्मा कर दिया है।
दस्यु इतिहास में दर्ज हुआ बबुली गैंग
हत्या अपहरण लूट पुलिस मुठभेड़ जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देकर बीहड़ में खौफ का खाका खींचने वाले कुख्यात डकैत बबुली कोल अब दस्यु इतिहास में दर्ज हो गया है। गैंग का पूरी तरह से सफाया कर दिया गया है। पिछले महीने बबुली व उसके दाहिने हांथ लवलेश कोल के ख़ात्मे के बाद गैंग के फरार चल रहे हार्डकोर सदस्यों सोहन कोल संजय कोल व वीरप्पन को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। खास बात यह कि इन तीनों सदस्यों के पास बबुली गैंग के खतरनाक घातक हथियार भी मौजूद थे जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया है। कुख्यात वीरप्पन को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने दावा किया है कि अब बीहड़ से बबुली कोल गैंग का नामोनिशान पूरी तरह से मिट चुका है। गिरफ्तार हुए डकैत के पास से एक अदद राइफ़ल 315 बोर व बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। डकैत वीरप्पन के ऊपर 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इससे पहले गिरफ्तार हुए सोहन व संजय कोल
डकैत वीरप्पन से पहले पुलिस सोहन कोल व संजय कोल को गिरफ्तार कर चुकी है। इन दोनों डकैतों के पास बबुली के घातक हथियार मिले थे। गौरतलब है कि पिछले महीने बबुली व लवलेश की जंगल में गोलियों से छलनी लाश मिली थी। जिसके बाद एमपी पुलिस ने दावा किया कि उसने मुठभेड़ में दोनों डकैतों को ढेर किया है जबकि यूपी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए गैंग के सदस्य सोहन व संजय कोल ने दावा किया कि उन्होंने बबुली व लवलेश को मारा है। बहरहाल यूपी एमपी के बीहड़ों से खौफ के एक बेताज बादशाह का अंत जरूर हो गया है।सौजन्य से पत्रिका।