मनरेगा मजदूरी को लेकर ग्रामीणों का ब्लाक कार्यालय पर प्रदर्शन

वैनी/ सोनभद्र (सुनील शुक्ला) विकास खण्ड नगवां के ग्राम पंचायत पनिकप खुर्द के राजस्व गांव बलियारी में तालाब सुन्दरीकरण व बंधी मरम्मत में मनरेगा द्वारा कराए गए कार्य में मजदूरों की मजदूरी न मिलनें से क्षुब्ध मजदूरों ने ब्लाक कार्यालय पर प्रदर्शन कर मजदूरी की मांग किए।

बतादें कि उपरोक्त ग्राम पंचायत में वर्ष 2016/17 पुराने तालाब के मरम्मत के लिए लगभग 14 लाख रुपए मनरेगा से स्वीकृति मिली थी।जिसमें 10 लाख का मिट्टी का कार्य व आउट लेट इन लेट का कार्य हुआ है।अगर इसकी जांच किया जाय तो पांच लाख का भी कार्य नहीं हुआ है।इतना लूट खसोट करनें के बाद भी चार साल के बाद भी मजदूरों की मजदूरी नहीं मिली।अलबत्ता बेउवां पनिकप खुर्द के लगभग 50 लोगों के नाम से मास्टरोल भरकर रुपए निकाल लिया गया।जो लोग काम किए हैं उनको आज तक भुगतान नहीं किया गया।फर्जी लोग जो काम नहीं किए उनको भुगतान मिल गया और जो काम किए वो चार साल से भटक रहे हैं।इसी तरह कूप निर्माण. समतलीकरण. बन्धी निर्माण. सहित कई तरह के कार्यों का भुगतान नहीं किया गया है।कोई भी मजदूर की मजदूरी नहीं किया गया है।सम्बन्धित अधिकारी कर्मचारी की भी भूमिका संदिग्ध दिखाई दे रही है।क्योंकि किसी भी कार्य में स्टीमेट के अनुसार एक चौथाई भी कार्य नहीं हुआ है।और तीन चार साल तक मजदूरों की मजदूरी नहीं मिली पूरा रूपया निकल लिया गया।कोआर्डिनेटर भी इस मामले में सबसे बड़े दोषी हैं।क्योंकि मनरेगा से मानदेय लेते हैं लेकिन बिना देखे आडिट करके सुबिधा शुल्क लेकर चले गए।जबकि इस ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत लगभग डेढ़ करोड़ के लगभग का कार्य कराया जा चुका है।लेकिन कोई भी कार्य पुर्ण नहीं है।अधिकारी मस्त मजदूर पस्त हैं।कई बार शिकायत करनें के बाद भी मजदूरी न मिलना सवालिया निशान लगा रहा है।मजदूरों ने शिकायती पत्र देकर मजदूरी की मांग की है।अगर एक सप्ताह के अंदर सभी कार्यों की जांच व मजदूरी का भुगतान किया किया जाता है तो जिलाधिकारी कार्यालय में के सामने आमरण अन्सन किया जाएगा।जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रसाशन की होगी।

Translate »