उर्जाधानी में खुशी की लहर,
सिंगरौली-
सिंगरौली जिले में मेडिकल कालेज खोले जाने की लंबित बहुप्रतीक्षित मांग आखिरकार कांग्रेस प्रदेश सचिव अमित द्विवेदी और उनकी टीम के प्रयास से पूर्ण हो गयी। मेडिकल कालेज की खबर फेसबुक व वाट्सअप पर वायरल होते ही जहाँ सिंगरौली वासियो के बीच खुशी की लहर है तो वहीं बीजेपी व कांग्रेस समर्थको के बीच अपनी- अपनी पार्टी को इस उपलब्धि का श्रेय देने शब्दों का “वार” छीड़ गया है।
गौरतलब हो कि सिंगरौली जिले में मेडिकल कालेज खोलने के लिए अमित द्विवेदी प्रदेश सचिव ने मुख्यमंत्री,प्रभारी मंत्री, पंचायत मंत्री के साथ-साथ पर्यावरण एवं लोक निर्माण मंत्री को पत्र देकर सिंगरौली मे मेडिकल कालेज की आवश्यकता पर ना केवल ध्यान आकृष्ट कराया था बल्कि बीच-बीच मे लगातार पत्राचार भी करते रहे है। श्री द्विवेदी के इस प्रयास का नतीजा यह निकला कि मुख्यमंत्री ने सिंगरौली मे मेडिकल कालेज के लिये दिल्ली से अनुमति हेतु पत्र लिखा और मंजूरी मिल गई है।
ज्ञात हो कि कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव अमित द्विवेदी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को मांग पत्र सौपते हुये सुझाव दिया था कि सिंगरौली मे एनसीएल के जयंत परियोजना मे सर्व सुविधायुक्त नेहरू शताब्दी चिकित्सालय स्थित है । यह चिकित्सालय लगभग 50 एकड़ क्षेत्र मे फैला हुआ है। पांच मंजिला इस भवन मे लगभग 500 कमरे है इसमे से उपर की दो मंजिल पूर्णतया खाली है । चिकित्सालय मे एमआरआई,सीटी स्कैन,डाईलिसिस, पैथालाजी लैब,लिथोट्रिटसी मशीन सहित कई आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध है। जिसमे कुल 50 डॉक्टर,84 नर्सिग स्टाफ सहित 262 कर्मचारी है । एनसीएल के स्वामित्व की लगभग 250 एकड़ जमीन बैढऩ एवं हर्रई मे अनुपयोगी खाली पडी हुई है। सिंगरौली एवं सीधी क्षेत्र के लगभग 15 लाख लोगो को स्वास्थ्य के लिये काफी दूर रीवा व बनारस जाना पडता है। इस चिकित्सालय की सुविधाओं को देखते हुये यदि इसमे मध्य प्रदेश शासन एवं एनसीएल द्वारा संयुक्त रुप से मेडिकल कालेज खोला जाय तो यहां के लोगो को स्वास्थ्य सुविधाओ के लिये अन्यत्र नही भटकना पडेगा और यहा वरिष्ट विशेषज्ञ चिकित्सको की कमी दूर हो जायेगी।
श्री द्विवेदी के सुझाव पत्र को प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल व पर्यावरण एव लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मुख्यमंत्री को अवलोकनार्थ भेजा था। उक्त पत्र को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिंगरौली मे मेडिकल कालेज चयनित करने के उपरांत दिल्ली अनुमति हेतु भेजा गया था। जहां गत 26 सितंबर को दिल्ली से सिंगरौली मे मेडिकल कालेज खोलने की हरी झंडी मिल गई।
मेडिकल सूची में सिंगरौली का नाम होने की खबर वायरल होने के पश्चात सिंगरौली वासियों के बीच खुशी लहर छा गयी। लेकिन दूसरी तरफ बीजेपी व कांग्रेस समर्थको के बीच मेडिकल कालेज का श्रेय लेने आपस मे शब्दों का वार छीड़ गया है।