सिगरौली।सालाना 100 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादन करने वाली कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने अपने परिक्षेत्र के 100 सबसे गंदे स्थानों को साफ बनाने का संकल्प लिया है। गत 11 सितंबर को से चलाए जा रहे ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत कंपनी स्तर पर 100 सबसे गंदे स्थानों को चिन्हित कर उन्हें स्वच्छ बनाया जा रहा है।
इस अभियान के सुखद परिणाम अब दिखाई देने लगे हैं। जिन गंदी जगहों को साफ बनाने के लिए चुना गया था, उनकी व्यापक सफाई के बाद अब उनकी तस्वीर ही बदल गई है और वे स्वच्छ एवं सुंदर दिखने लगे हैं। इस अभियान की निगरानी के लिए एनसीएल प्रबंधन, कल्याण बोर्ड के सदस्यों तथा श्रमिक एवं अधिकारी संघ के प्रतिनिधियों की सदस्यता वाली निरीक्षण टीमें गठित की गईं हैं। इन टीमों ने शनिवार को स्वच्छ बनाए गए कुछ स्थानों का निरीक्षण किया। शेष स्थानों का निरीक्षण रविवार को किया जाएगा।
कई मायनों में खास है ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान
‘स्वच्छता ही सेवा’अभियान के अंतर्गत एनसीएल के सभी कार्यालयों एवं स्कूलों को प्लास्टिक फ्री जोन बनाया जा रहा है। इसके लिए जहां एक ओर अब से कार्यालयीन कार्यों में सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग बंद किया जा रहा है, वहीं श्रमदान कर अब तक प्रयोग किए गए प्लास्टिक का संग्रहण भी किया जा रहा है। आम लोगों को भी रोजमर्रा के कार्यों में प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने के लिए जागरूक करने हेतु कंपनी की ओर से एनसीएल परिक्षेत्र के आस-पास के भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर ‘प्लास्टिक मुक्तिधाम’ स्थापित किए गए हैं, जहां उनसे प्लास्टिक की थैलियां लेकर उनके विकल्प के रूप में उन्हें कपड़े या जूट के थैले दिए जा रहे हैं।
‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान का समापन आगामी 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर जयंत स्टेडियम में एक भव्य आयोजन के साथ होगा। कार्यक्रम में एनसीएल के सभी कोयला क्षेत्र एवं इकाइयां ‘स्वच्छता ही सेवा’ मुहिम के दौरान की गई अपनी स्वच्छता गतिविधियों का प्रदर्शन करेंगे। ‘स्वच्छता ही सेवा’ विषय पर आधारित पेंटिंग्स की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। साथ ही, अभियान के अंतर्गत स्वच्छता को बढ़ावा देने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा।