पंकज सिंह/विकास अग्रहरि@sncurjanchlम्योरपुर के स्थानीय कस्बा में लगातार बिना रुकावट के 55वा साल श्रीरामलीला मंचन माता सरस्वती के पूजा तथा मुकुट पूजन,मंत्रोउच्चारण के बाद शुभारम्भ किया गया।श्री राम लीलाकमेटी के महा प्रबन्धक गौरी शकर सिंह ने बताया कि म्योरपुर की रामलीला अपने मंचन के लिये पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है यहाँ करीब 15 से 20 गांव के लोग प्रतिदिन रामलीला मंचन देखने आते है।गांव के ही लोग आज तक म्योरपुर की रामलीला खेलते है।यहाँ की सुरक्षा ब्यवस्था कमेटी के वालेंटियर बखूबी निभाते है।कार्यक्रम का शुरुआत ग्राम प्रधान लालता प्रसाद जायसवाल ने फीता काट कर किया अपने सम्बोधन में श्री जायसवाल ने कहा कि भगवान श्री राम के आदर्शों पर चलने की जरूरत है जिसप्रकार प्रभु श्री राम मर्यादा की रक्षा करते हुए मर्दों में सबसे उत्तम (मर्यादापुरुषोत्तम)बने उसी प्रकार हमे भी इस राम लीला मंचन से कुछ न कुछ सिख लेते हुए भगवान श्री राम के पदचिन्ह पर चलने की जरूरत है।कमेटी के उपाध्यक्ष गणेश जायसवाल ने कहा रेनुकोट के बाद अगर कही आयोजन रामलीला अच्छा होता है तो वह है म्योरपुर कहा रामलीला हमे सिख देती है की एक बेटा,एक पति,एक भाई कैसा होना चाहिए हमे जीवन जीने की प्रेरणा देती है श्री रामलीला मंचन इस मौके पर सहदेव तिवारी,जयप्रकाश सिंह,कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता,मंडली के अध्यक्ष सत्यपालसिंह,अंकित जायसवाल,,रामू,अनिल कुमार,आशीष (बिट्टू जी)सहदेव तिवारी,सुनील कुमार,हृदय अग्रहरि,रंजन अग्रहरि,प्यारे लाल,श्यामू,बसंत लाल पासवान,अंकित,ब्रमदेव तिवारी,दिनेश गुप्ता,अंकित, सहित सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे