— दुद्धी सीएचसी को कायाकल्प अवार्ड दिलाने का हो रहा प्रयास
— डिजिटल एक्स-रे, ईसीजी की सुविधा उपलब्ध करा केंद्र को उच्चीकृत करने की कवायद शुरू
दुद्धी। (भीमकुमार) स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी में गुरुवार की दोपहर 2:00 बजे ओपीडी बंद होने के फौरन बाद संयुक्त निदेशक के नेतृत्व में 2 सदस्य जांच टीम केंद्र पर जा धमकी। मंडल स्तर के अधिकारियों की टीम पहुंचते ही स्वास्थ्य केंद्र में अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। सीएससी को बेहतर संसाधन और चिकित्सा सुविधा मुहैया करा कायाकल्प अवार्ड के लिए चयनित करने का प्रयास में जुटे संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार
कल्याण विंध्याचल मंडल मिर्जापुर डॉ सुरेंद्र उपाध्याय (एमडी) व डॉक्टर शालिनी सिंह मंडलीय क्वालिटी सलाहकार विंध्याचल मंडल मिर्जापुर ने सबसे पहले उपस्थिति पंजिका मंगा कर स्टाफ की उपस्थिति का मिलान किया, जिसमें 2 स्टाफ अनुपस्थित मिले। डॉ विनोद सिंह छुट्टी पर गए थे जबकि एक अन्य महिला स्वास्थ्य कर्मी बीमार होने की वजह से अस्पताल नहीं आई थी। शेष सभी स्टाफ उपस्थित मिलने पर संतोष व्यक्त किया। इसके बाद टीम ने केंद्र अधीक्षक डॉ मनोज कुमार एक्का चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर साह आलम व बीपीएम संदीप सिंह के साथ पूरे केंद्र का भ्रमण कर एक-एक चीज का बारीकी से निरीक्षण किया। इसमें चिकित्सक चेंबर, दवा वितरण कक्ष, ऑपरेशन थिएटर, नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष, वार्ड, शौचालय, प्रशासनिक कार्यालय, पैथोलॉजी कक्ष, नवनिर्मित ब्लड बैंक भवन, टीकाकरण कक्ष, सुई कक्ष, दवा भंडारण कक्ष सहित समूचे अस्पताल परिसर का गहनता से निरीक्षण किया। साफ सफाई पर भृकुटि टेढ़ी करते हुए टीम ने सफाई कर्मी व वार्डब्वाय को बुलाकर कड़ी हिदायत दी। उन्होंने कहा कि कायाकल्प अवार्ड के लिए सबसे ज्यादा जरूरी अस्पताल में साफ-सफाई होता है। अगली बार कोताही मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करना तय मानिए। एक्स-रे कक्ष, ईसीजी कक्ष और चिकित्सक चेंबर में एयर कंडीशन शीघ्रताशीघ्र लगवाने की बात कही।उन्होंने यह भी कहा कि यहां पर तैनात चिकित्सकों द्वारा कमीशन खोरी की दवाइयां लिखे जाने की शिकायत मिल रही है। चिकित्सक अपने कलम पर लगाम लगावें। ज्यादा से ज्यादा सरकारी दवाइयां लिखें और जो दवा उपलब्ध नहीं है, उसका समय से इंडेंट बनाकर जिला अस्पताल को भेजें।सीएमओ वह सारी दवाइयां उपलब्ध कराएंगे। कमीशन खोरी की दवाई की शिकायत मिली तो संबंधित चिकित्सक के खिलाफ भी कार्रवाई तय मानी जाए। अब मैं लगातार अस्पताल का भ्रमण करता रहूंगा मेरा प्रयास है कि कायाकल्प अवार्ड के लिए अस्पताल का चयन हो। इस अवसर पर डॉक्टर अनिमा यादव, डॉक्टर मिथिलेश, वरिष्ठ फरमासिस्ट सीपी सोनी, सुपरवाइजर सुनीता, प्रतिरक्षी करण अधिकारी उमेश उपाध्याय सहित अन्य स्टाफ उपस्थित थे।