राजीव के बहनोई एडीजी विनोद कुमार सिंह फोरेंसिक जांच को प्रभावित कर सकते हैं-यूपी सिंह
राजीव देवरिया के देवसिया में मेरे ससुराल की प्रापर्टी को कब्जा करना चाहता है-यूपी सिंह
लोक सेवक पर मुकदमा दर्ज करने के लिए पहले जांच करायी जानी चाहिए थी-यूपी सिंह
क्या राजीव कुमार सिंह के द्वारा कब्जा के आड़ में यूपी सिंह को फ़साने की कोशिश तो नही?
आईएएस अधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी व एसएसपी लखनऊ को पत्र लिखकर इस मामले का संज्ञान लेने व परिवार को सुरक्षा मुहैया करने की मांग की है।
लखनऊ बार एसोसिएशन के संयुक्त मंत्री अधिवक्ता अभिनव नाथ त्रिपाठी ने भी राजीव कुमार सिंह को भूमाफिया बताया है।
राजीव के खिलाफ न्यायालय में विचाराधीन है जमीन से जुड़े कई मुकदमे बेसकिमती जमीनों पर कब्जा करना
लखनऊ। राज्य नगरीय विकास प्राधिकरण (सूडा) में निदेशक के पद पर तैनात आईएएस अधिकारी उमेश प्रताप सिंह की पत्नी अनीता सिंह की मौत का मामला तुल पकड़ता दिख रहा है। जहा एक ओर हत्या और दूसरी ओर आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाने में उलझी चिनहट पुलिस अभी फॉरेंसिक लैब से बैलिस्टिक रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है वहीं दूसरी ओर अनीता सिंह के चचेरे भाई ने आईएएस अधिकारी उमेश के खिलाफ हत्या व साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया। चिनहट कोतवाली में अपने चचेरे साले राजीव कुमार सिंह (अधिवक्ता हाईकोर्ट) को आपराधी बताते हुए अपने उपर लगाये गये आरोपों का खंडन किया।
उत्तर प्रदेश प्रोन्नत आईएएस मंच के संयोजक /सचिव उमेश प्रताप सिंह ने पीएसी के मौजूदा एडीजी विनोद कुमार सिंह का नाम लेते हुए मीडिया को बताया कि विनोद सिंह राजीव के सगे बहनोई हैं। और राजीव उन्हीं के इशारे पर काम कर रहा है। राजीव लैंड माफिया है। उसने मुलायम सरकार में एलडीए के तत्कालीन वीसी से सांठ-गांठ कर फर्जी तरीके कई भूखंड आवंटित कराये। इलाहाबाद में पढ़ाई के दौरान राजीव के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए। इसके अलावा वाराणसी में भी राजीव के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज है। राजीव की रीड़ की हड्डी में गोली लग चुकी है। आईएएस अधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि जब वे अपर आयुक्त न्याययिक व पीलीभीत में सीटी मजिस्ट्रेट थे तो राजीव उनपर गलत तरीके से काम करने का दबाव बनाता था। इसके अलावा जब मैं 2016 से 2018 में पीसीएस संघ का अध्यक्ष रहा तब भी उसने मुझपर कई गलत कार्य के लिए दबाव बनाता रहा। राजीव देवरिया के देवसिया में मेरे ससुराल की प्रापर्टी को कब्जा करना चाहता है। आईएएस उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि राजीव के बहनोई एडीजी विनोद कुमार सिंह फोरेंसिक जांच को प्रभावित कर सकते हैं। अनीता मानसिक रुप से बीमार थी और 17 जनवरी से उसका इलाज दिल्ली के बल्र्ड ब्रेन सेंटर के प्रमुख डाॅ. निलेश के यहां से चल रहा था। डाॅक्टर ने कई बार अनीता को अस्पताल में भर्ती करने को कहा लेकिन वह इस बात से भड़क जाती थी। उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि लोक सेवक पर मुकदमा दर्ज करने के लिए पहले जांच करायी जानी चाहिए थी। वीके सिंह के कहने पर पुलिस ने मेरे खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन मेरी तहरीर पर पुलिस कोई संज्ञान नहीं ले रही है। आईएएस अधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी व एसएसपी लखनऊ को पत्र लिखकर इस मामले का संज्ञान लेने व परिवार को सुरक्षा मुहैया करने की मांग की है। गौरतलब है कि फॉरेंसिक लैब से बैलिस्टिक रिपोर्ट के आधार पर ही क्लीयर होगा कि हत्या है कि आत्महत्या लेकिन राजीव देवरिया के देवसिया में प्रापर्टी को कब्जा करना चाहता है विषय भी गौर करने की है।लखनऊ बार एसोसिएशन के संयुक्त मंत्री अधिवक्ता अभिनव नाथ त्रिपाठी के बात को गौर करे तो क्या राजीव कुमार सिंह के द्वारा कब्जा के आड़ में यूपी सिंह को फ़साने की कोशिश तो नही? राजीव के खिलाफ न्यायालय में विचाराधीन है जमीन से जुड़े कई मुकदमे बेसकिमती जमीनों पर कब्जा करना अधिवक्ता राजीव कुमार सिंह के फिदरत में है।
लखनऊ बार एसोसिएशन के संयुक्त मंत्री अधिवक्ता अभिनव नाथ त्रिपाठी ने भी राजीव कुमार सिंह को भूमाफिया बताया है।राजीव के खिलाफ सिविल जज मोहनलालगंज, सिविल जज सिनियर डिविजन लखनऊ, सिविल जज जुनियर डिविजन उत्तरी लखनऊ व सिटी मजिस्ट्रेट जिलाधिकारी लखनऊ में कई वाद दायर है। इसके इलावा उच्चन्यायलय लखनऊ खंड पीठ में भी जमीन पर कब्जा करने के कई मामले हैं।