सोनभद्र/दिनांक 29 अगस्त,2019। जिलाधिकरी ने आदर्श प्राथमिक स्कूल उरमौरा में स्थापित मूक बधिर बच्चों के आवासीय स्कूल की व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया जाय। मूक बधिर स्कूल की क्षमता 60 के सापेक्ष बच्चों की संख्या कम होना ठीक नहीं है, लिहाजा क्षमता के अनुरूप मूक बधिर बच्चों को शिक्षा दी जाय। जगह की तंगी को ध्यान में रखते हुए मूक बधित बच्चों के बेहतर शिक्षा कैम्पस के लिए किसी उपयुक्त बेसिक षिक्षा के भवन का चयन किया जाय। जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने आदर्ष प्राथमिक स्कूल उरमौरा परिसर में स्थापित मूक बधिर बच्चों के स्कूल का निरीक्षण के दौरान सम्बन्धितों को दियें। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान मूक बधिर बच्चों की क्षमता 60 के सापेक्ष मात्र 9 बच्चें पाये जाने पर मौके पर मौजूद जिला बेसिक षिक्षा अधिकारी को निर्देषित किया कि पूरी क्षमता के साथ मूक बधिर बच्चों की उपस्थिति सुनिष्चित करायी जाय। उन्होंने मूक बधिर बच्चों के शिक्षा भवन व आवासीय भवन का भी निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान पाया कि क्षमता के अनुरूप आवासीय व्यवस्था ठीक नहीं है। उन्होंने मौके पर मौजूद जिला बेसिक षिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल को सहेजते हुए कहा कि आदर्ष प्राईमरी स्कूल उरमौरा राबर्ट्सगंज में स्थापित मूक बधिर की आवासीय व्यवस्था का काफी तंगदस्त दिख रही है, लिहाजा निकट बेसिक शिक्षा विभाग की किसी उपयुक्त भवन में जहां मूक बधिर बच्चों के शिक्षण कार्य के साथ ही बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध हो सके, ऐसे भवन का चयन किया जाय। इस मौके पर जिलाधिकारी श्री एस0 राजलिंगम के अलावा सीएमओ डॉ0 एस0पी0 सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल, खण्ड शिक्षा अधिकारी आदि मौजूद रहें।