डाला /सोनभद्र(गिरीश तिवारी)सावन मास में कांवरियों के जत्थे जगह- जगह देखने को मिल रहे हैं, कोई बाबा धाम से वापस आ रहा है ,तो कोई जाने को तैयार है।उसी क्रम में सावन मास के दुसरे सोमवार को डाला स्थित ऊंची पहाड़ी पर विराजमान अचलेश्वर महादेव मंदिर पर महिला, पुरूष, बच्चों, समेत हजारों की संख्या मे चोपन सोन नदी से जल भरकर औघडदानी के भक्त कांवरियो ने एक दूसरे को बंम,बंम पुकारते हुए भोलेनाथ अचलेश्वर महादेव का भक्तिभाव से जलाभिषेक किया।भक्तों ने बाबा को जल समर्पित करते हुए दूध, दही, मधु ,गंगाजल और पंचामृत से स्नान कराया तथा उनके प्रिय धतूरा ,भांग ,मदार बेलपत्र, को समर्पित किया ।महादेव सेवा समिति चोपन के बैनर तले जल भरकर सोन नदी से जलाभिषेक करने आ रहे कांवरियों ने प्रातः से ही बाबा की जय जय कार बोल बंम और हर हर महादेव का उद्घोष करना प्रारंभ कर दिया ।जिससे पूरा नगर गुंजायमान हो गया ।कोई भोलेनाथ के रूप में तो कोई भूत के भेष में महादेव के समक्ष स्वयं को समर्पित किया ।मंदिर परिसर के महंत पुजारी पंडित मुरली तिवारी के साथ दर्जनों उपस्थित विद्वान पंडितों के द्वारा शिव जी को रुद्र, पशुपति, ईश्वर ,मृत्युंजय, देवाधिदेव ,महाकाल ,महेश्वर ,जगतगुरु ,औघडदानी सहित कई नामों का जै जैकार किया जा रहा था। जल चढाने के लिए भक्तों की लम्बी कतार लगी रही। बाबा का पहले जलाभिषेक करने की होड लगी रही।शिवलिंग पर जलअर्पित करने के लिए भक्तजन अपनी बारी के इंतजार मे खडे होकर ऊं नमः शिवाय. का जाप करते रहे ।महिला, पुरूष, श्रद्धालुओं के साथ बच्चों का उत्साह देख लोग भाव विभोर हो रहे थे।महन्त पुजारी पं.मुरली तिवारी ने बताया की भोलेनाथ कि कृपा सभी पर बनी रहे जिसके लिए आज प्रातः से ही रूद्राभिषेक का आयोजन चल रहा है। स्थानीय समाजसेवी द्वारा कहीं शर्बत तो कही फल का बितरण किया गया| समाजसेवी मिथिलेश भारद्वाज,सजंय जैन द्वारा कांवरियो को फल वितरण व सर्बत, हलुआ,चना वितरीत कर जलपान कराया गया। वंही आयोजको द्वरा शिव पार्वती की भव्य झांकी निकाली गई। इस दौरान डाला व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश जैन,कौशल राय,निखिल सेट्टी, ओमप्रकाश तिवारी, व महादेव सेवा समिति के अध्यक्ष संदीप चौरसिया, अनूप गुप्ता ,बंसराज शुक्ला ,सूरज निषाद ,सुजीत ठाकुर आदित्य पांडे, आदि लोग उपस्थित रहे।सुरक्षा व्यवस्था मे चोपन इस्पेक्टर प्रवीन कुमार सिंह व चौकी प्रभारी चन्द्रभान सिंह समेत मय पुलिस कर्मी के साथ डटे रहे।चिकित्सा व्यवस्था हेतु कावर यात्रा में एम्बुलेंस लगी रही।