नई दिल्ली।भारत-पाकिस्तान के संबंध इन दिनों भले ही काफी तल्खी भरे हों, लेकिन जब मानवता की बात आती है तो हिंदुस्तान दो कदम आगे बढ़कर मदद को तत्पर रहता है, ऐसा ही एक मामला जीवनरक्षक दवाइयों की पाकिस्तान में भारी कमी के रूप में सामने आया, जब भारत ने पाकिस्तान को कुत्तों व सांप के काटने में उपयोग आने वाली रैबीज रोधी दवाइयां निर्यात की।
भारी कर्ज संकट में डूबे पाकिस्तान में इन दिनों कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुत्ते और सांप के काटने के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली रैबीजरोधी और सांप के जहर से निपटने वाली वैक्सीन भारत से खरीद रहा है. पिछले 16 महीने में करीब 2.56 अरब अरब पाकिस्तानी रुपये की दवाएं भारत से खरीदी गई है।
भारत ने की पाकिस्तान की मदद
पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के पास देश में इनके लिए पाई जाने वाली मांग के अनुरूप इन्हें बनाने की क्षमता नहीं है. द नेशन की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. अखबार ने बताया कि उसे मिले दस्तावेजों के मुताबिक, बीते 16 महीने में पाकिस्तान ने भारत से 2.56 अरब पाकिस्तानी रुपये मूल्य की रैबीजरोधी और सांप विषरोधी वैक्सीन भारत से आयात की हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सीनेटर रहमान मलिक ने भारत से आयात होने वाली दवाओं की गुणवत्ता और रैबीजरोधी और सांप विषरोधी वैक्सीन बनाने के लिए सरकारी विभागों की क्षमता के बारे में सवाल पूछा था।