एजेंसी।अमेरिका में पाकिस्तान की बहुत बड़ी बेइज्जती हुई है। अमेरिका में इमरान खान का बहुत बड़ा अपमान हो गया है। पाकिस्तान पहुंचे इमरान खान का स्वागत करने कोई नहीं पहूंचा। इमरान खान खुद मेट्रो पकड़कर अपने होटल पहुंचना पड़ा। जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट पर इमरान खान की अगवानी के लिए अमेरिकी प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंचा। पीएम इमरान खान को खुद मेट्रो में बैठकर होटल जाना पड़ा। खुद पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी अमेरिका में रहने वाले कुछ पाकिस्तानी लोगों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे थे। इससे पहले आर्थिक संकट की वजह इमरान खान प्रधानमंत्री होने के बावजूद बिना किसी किसी चार्टर्ड विमान से न जाकर कतर एयरवेज की फ्लाइट से अमेरिका पहुंचे।
इमरान खान का ऐसे समय में अमेरिका दौरा हो रहा है जबकि यह माना जा रहा है कि अमेरिका और अफगान तालिबान के मध्य बातचीत एक निर्णायक दौर में पहुंच गई है। ट्रम्प के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि पाकिस्तान ने हमें झूठ और छल के अलावा कुछ भी नहीं दिया है और आतंकवादियों के समर्थन के चलते उसकी सहायता को भी टाल दिया है। प्रधानमंत्री खान, ट्रम्प के निमंत्रण पर अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उनके साथ सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद भी होंगे।
इमरान खान और राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच सोमवार को मुलाकात होगी। इस दौरान दोनों नेता विस्तृत वार्ता करेंगे। 23 जुलाई को लौटने से पहले इमरान खान स्पीकर नैंसी पेलोसी से भी मुलाकात करेंगे। इमरान खान आईएमएफ के कार्यवाहक प्रमुख डेविड लिप्टन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास से भी मिलेंगे। इसके अलावा इमरान खान रविवार को वाशिंगटन डीसी में कैपिटल वन एरिना में पाकिस्तानी अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करेंगे। जबकि मंगलवार को यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस थिंक-टैंक के कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति इमरान से आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई करने का दबाव डालेंगे। जानकारी के मुताबिक मुलाकात के दौरान वह उस डॉक्टर की रिहाई की मांग कर सकते हैं जिसने वैश्विक आंतकी ओसामा बिन लादेन को पकड़ने में सीआईए की मदद की थी। पाकिस्तान ने डॉक्टर शकील अफरीदी को जेल में कैद किया हुआ है।
आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाने से पहले ट्रंप ने एक चुनावी प्रचार अभियान के दौरान कहा था कि वह पाकिस्तान से अफरीदी को दो मिनट में छुड़वा लेंगे। 2011 में अफरीदी ने सीआईए को अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को खोजने में मदद की थी। उसे बाद में गिरफ्तार किया गया और वह वर्तमान में पाकिस्तान की जेल में सजा काट रहा है। गौरतलब है कि डॉ. अफरीदी ने 2011 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए को ओसामा बिन लादेन के छिपे होने के बारे में सुराग दिया था। इसके बाद पाक सरकार ने उन्हें देशद्रोह के आरोप में कैद की सजा सुनाई थी। कुछ ही दिन पहले अफरीदी के परिवार और वकील ने उम्मीद जताई थी कि ट्रंप, पाक पीएम इमरान के सामने उनकी रिहाई का मुद्दा उठाएंगे।