
विधानसभा के किसी भी सत्र में जेलों में बंद विधायक और एमएलसी हिस्सा नहीं ले सकेंगे। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए इनके सत्र में शामिल होने पर रोक लगा दी है। यही वजह है कि मौजूदा विधानसभा के मानसून सत्र में जेल में बंद बसपा विधायक मुख्तार अंसारी, बीजेपी एमएलसी बृजेश सिंह और बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर नहीं आएंगे।
बीते साल विधान सभा के सत्र में शामिल होने के लिए मुख्तार और बृजेश ने स्थानीय कोर्ट में अर्जी देकर अनुमति मांगी थी। जिस पर शासन ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए अर्जी दी थी। जिस पर अधीनस्थ अदालतों ने इन्हें सत्र में शामिल करने की इजाजत देने से रोक दिया था। जिसके चलते इस बार जेलों में बंद तीनों माननीयों में से किसी ने सत्र में शामिल होने के लिए अनुमति नही मांगी।
यह हैं माननीय: हत्या, अपहरण, फिरौती समेत कई मामलों के आरोपित भाजपा के एमएलसी बृजेश सिहं वाराणसी की सेंट्रल जेल में बंद हैं। हत्या, फिरौती अपरहण समेत दो दर्जन से अधिक मामलों में आरोपित मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद हैं। उन्नाव के बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर रेप के आरोप में सीतापुर जेल में बंद हैं। पूर्व में जेलों बंद रहने वाले विधायक हमेशा हिस्सा लेते आ रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के पुराने आदेश के अनुसार जब जेल में रहना वाला कैदी चुनाव में मत का प्रयोग नही कर सकता है। इसी तरह जेल में रहते हुये विधायक व एमएलसी को सत्र में शामिल कराने की बाध्यता नहीं है। इसी आधार पर सरकार ने इनके शामिल होने पर रोक लगायी है।
*वीके जैन, अपर महानिरीक्षक जेल
SNC Urjanchal News Hindi News & Information Portal