सिगरौली सुपर थर्मल पावर परियोजना के 2×800 मेगावाट के विस्तारीकरण का स्वागत किया

सोनभद्र शक्तिनगर।एनटीपीसी सिगरौली सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का मंगलवार को आठ सौ मेगावाट की दो इकाइयों के विस्तारीकरण के लिए जन सुनवाई का आयोजन अंबेडकर भवन में किया गया। जन सुनवाई के दौरान मुख्य महाप्रबंधक एनटीपीसी सिगरौली देवाशीष घोष ने अवगत कराया गया कि दोनों इकाइयों को लगाने के लिए अलग से भूमि की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। परियोजना के लिए अधिग्रहित भूमि पर ही दोनों इकाइयां लगेंगी। दोनों इकाइयां प्रदूषण समेत सभी मानकों को पूर्ण करने में सक्षम हैं।

शक्तिनगर थर्मल पावर गत 35 सालों से उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पूरे देश में कीर्तिमान स्थापित किया है। दोनों इकाइयों के लगने के बाद पुरानी दो इकाइयों को बंद कर दिया जाएगा। परियोजना द्वारा स्थापनाकाल से लेकर अभी तक अपनी उपलब्धियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से दर्शाया। इस परियोजना में प्रदूषण न्यूनतम होने के साथ पानी का व्यय एक प्रतिशत से भी कम होगा।

जन सुनवाई में प्रतिभागी आसपास के सभी ग्रामवासी एवं विस्थापित परिवार के सदस्य के सी शर्मा, पन्ना लाल, कमलेश गुप्त, नंदलाल, ग्राम प्रधान एवं प्रतिनिधि रविंदर यादव, बृजबिहारी, प्रमोद तिवारी, एनजीओ प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, पुनीत कपूर, एवं अन्य अनेक सामाजिक कार्यकर्ता, पयार्वरण विद उपस्थित हुए।अनिल कुमार जाडली ने सीएसआर संबंधी गतिविधियों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।

परियोजना विस्तार का स्वागत एवं सहमति करते हुए, स्थानीय लोगों ने बेहतर जीवन हेतु सीएसआर के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं रोजगार के लिए मांग की। जन सुनवाई की अध्यक्षता करते हुए अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने सभी आपत्तियों की नोटिग व रिकार्डिंग कर संबंधित विभागों को भेजने का आश्वासन दिया। संचालन क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड राधेश्याम ने किया। आगंतुकों का स्वागत एनटीपीसी के मुख्य महाप्रबंधक देवाशीष सेन द्वारा किया गया। एनटीपीसी केंद्रीय कार्यालय के महाप्रबंधक पर्यावरण डा. विजय प्रकाश द्वारा सभी बिदुओं की प्रस्तुती की गई।

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