घोरावल/सोनभद्र(अनुराग पांडेय)धरती का जल दोहन हो रहा है जिसके कारण जलस्तर लगातार गिरता चला जा रहा है।लेकिन अब समय आ गया है कि वर्षा जल को पुनः धरती में भेजने के प्रयास होने चाहिए।इसी क्रम में रविवार को जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने घोरावल नगर पंचायत में बोर में वर्षा का जल भेजने के प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया।
इस प्रोजेक्ट से वर्षा के जल को धरती के अंदर का जल स्तर बढ़ाया जा सकता है।बताया गया कि इस प्रोजेक्ट में पुराने बोर जिनके स्थान पर रिबोर कराया जा चुका है उस बोर को इस योजना में सम्मिलित कराया जा सकता है।जहाँ पर नाला या स्कूल या पर्याप्त मात्रा में पानी लगने की संभावना होती है वहां यह प्रोजेक्ट प्रयोग में लाया जा सकता है।इस प्रोजेक्ट में पुराने बोर में जिसका पानी वर्तमान में प्रयोग में नही लाया जाता जो सूखे घोषित हो चुके हैं उनके चारो तरफ गड्ढा खोदकर उसमें कॉलर पाईप लगाया जायेगा।
उसके बगल में एक और कॉलर बैठाया जाएगा जिसको मूल बोर वाले कालर से जोड़ दिया जाएगा और इसमें तीन साइज की गिट्टी का प्रयोग कर भर दिया जाएगा।इसी दूसरे कॉलर में वर्षा का पानी पहले आएगा उसके बाद ही पानी छन कर दूसरे मूल बोर वाले कॉलर में जायेगा।इस प्रकार से वर्षा का जल भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाने में सहायक होगा।निरीक्षण अवसर पर उपजिलाधिकारी विजय प्रकाश तिवारी,नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश कुमार,जल निगम के अधिशाषी अभियन्ता फणीन्द्र राय,यूनिसेफ के अधिशासी अभियन्ता हिमांशु उपाध्याय सहायक अभियन्ता एस के उपाध्याय,यतीन्द्र अग्रवाल आदि मौजूद रहे।