नये भारत के निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका

म्योरपुर/सोनभद्र(विकास अग्रहरि)म्योरपुर ब्लॉक के बनवासी सेवा आश्रम के विचित्रा महा कक्ष में गुरुवार को आश्रम द्वारा संचालित जीवन शाला और शिक्षा निकेतन के शिक्षकों का तीन दिवसीय कार्य योजना शिविर का उद्घाटन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ गोरखनाथ पटेल,पण्डित अजय शेखर और शिक्षा विद्द पण्डित ओम प्रकाश द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।शिविर के मुख्य अतिथि डॉ पटेल ने कहा कि बनवासी सेवा आश्रम ने जनपद के दक्षिणाचल में सांस्कृतिक आर्थिक और स्वास्थ्य शिक्षा को लेकर अहम भूमिका निभायी।

कहा कि कर्म योग की सार्थकता सिद्ध तब होगी जब गांव का कोई बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे। शिक्षकों की जिमेवारी बनती है कि वह गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दे। श्री पटेल ने कहा कि सफल लोकतंत्र की स्थापना हो यह तभी संभव होगा जब हम गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दे।आह्वान किया कि शिक्षक जनपद को पिछड़े पन से निकालने में अपनी भूमिका निभायें ।आश्रम के अध्यक्ष और साहित्यकार पंडित अजय शेखर ने कहा कि जिस तरह दिन प्रतिदिन नैतिकता का स्तर गिर रहा है। कहा कि लोक सत्ता राज्य सत्ता को नियंत्रित करती थी।आज उल्टा हो गया है।आज राज्य सत्ता निर्णय करती है कि शिक्षकों को क्या पढ़ाना है। कहा कि हमारी स्वम की चेतना को समाप्त किया जा रहा है।गुरु पद को शिक्षक ही सार्थक कर रहा है। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अवकाश प्राप्त शिक्षक ओमप्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षक शिक्षा केवल जीवकोपार्जन का साधन नही बने बल्कि सांस्कृतिक सामाजिक मानसिक विकास का आधार बने इसका प्रयास होना चाहिए ।मौके पर विमल सिंह, कुँवर सिंह सुभाष चंद शाही , इंदुबाला सिंह ,प्रमोद शर्मा,लालमन, दिलीप सिंह, लक्ष्मी ,कमलेश सिंह, मीना, प्रदीप सिंह रमेश ,आदि आश्रम शिक्षक उपस्थित रहे।संचालन देवनाथ सिंह ने किया।

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