बनारस जिला जेल में पूर्व परीक्षा नियंत्रक अंजूलता कटियार
मऊ।उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की निलंबित परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार की जगह मऊ के मुख्य विकास अधिकारी अरविंद कुमार मिश्रा को तैनात किया गया है। पेपर लीक मामले में मामले में घिरी अंजू कटियार अभी न्यायिक हिरासत में हैं। 12 जून को विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) की अदालत ने पुलिस की अपील पर आरोपी अंजू की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी थी। इसके बाद उन्हें जिला कारगार भेज दिया गया था। इनके स्थान पर शुक्रवार को अरविंद कुमार मिश्रा को सरकार ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग का परीक्षा नियंत्रक बना दिया।
2004 बैच के पीसीएस अधिकारी अरविंद कुमार मिश्रा मूलत: देवरिया जिले के रहने वाले हैं। मऊ जिले में आने से पहले उनकी तैनाती बुलंदशहर जनपद में भी वो यहां पर एडीएम के पद पर कार्यरत थे। फरवरी 2019 में अरविंद कुमार मिश्रा मऊ जिले के मुख्य विकास अधिकारी की कमान मिली। अरविंद काफी तेज तर्रार और इमानदार अधिकारी माने जाते है।
*लोक सेवा आयोग में ये है धांधली का मामला*
29 जुलाई 2018 को बनारस में आयोजित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के हिंदी और सामाजिक विज्ञान का पेपर आउट हुआ था। यूपी एसटीएफ खुलासा करते हुए 27 मई को कोलकाता निवासी प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक कुमार को चोलापुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया था पूछताछ में उसने अंजू की मिलीभगत की बात बताई थी। जिसके बाद अंजूलता कटियार सहित नौ के खिलाफ केस दर्ज किया था। मौजूदा समय मे अंजूलता न्यायिक हिरासत में बनारस जिला जेल में हैं।