चोपन व डाला स्थित पांच क्रशर प्लांट सीज

सोनभद्र। जिले के खनन क्षेत्रो  में एनजीटी द्वारा निर्धारित पर्यावरण मानक को पूरा न करने पर गुरुवार को एसडीएम सुनील कुमार के नेतृत्व में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व पुलिस की संयुक्त टीम ने चोपन व डाला स्थित पांच क्रशर प्लांट को सीज कर दिया। इसके अलावा टीम ने कई क्रशर प्लांटों की जांच कर तत्काल सुधार का निर्देश दिया। प्रशासनिक टीम की छापेमारी से खनन क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित क्रशर प्लांटों में पर्यावरण के मानक की अनदेखी का मामला काफी लंबे समय से चल रहा है। इसकी शिकायत समय-समय पर पर्यावरण प्रेमियों द्वारा की जाती रही है। ऐसी ही एक शिकायत पर न्यायालय ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया था कि जिले में संचालित क्रशर प्लांटों की जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए कि क्या वह पर्यावरण के मानक को पूरा कर रहे हैं। जिसके बाद सक्रिय हुए जिला प्रशासन ने बुधवार को सुकृत क्षेत्र में छापेमारी कर मानक के विपरीत चल रहे 11  क्रशर प्लांटों को सीज किया था। आज गुरुवार को एसडीएम मुख्यालय सुनील कुमार के नेतृत्व में प्रदूषण विभाग के कर्मचारियों ने पांच प्लांटों को सीज कर दिया। टीम ने डाला व चोपन स्थित शंकर स्टोन, पितांबर स्टोन सेवा समिति, प्रिस स्टोन, हरीश स्टोन, वर्दिया स्टोन को सीज कर दिया। टीम में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक वैज्ञानिक अधिकारी डा.एससी शुक्ला, अवर अभियंता शिव बहाल, प्रदूषण विभाग के रंजीत कुमार, चोपन थाना प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह, डाला चौकी प्रभारी चंद्रभान सिंह आदि शामिल रहे। प्रदूषण विभाग की टीम ने करीब एक पखवारे में 25 क्रशर प्लांटों को सीज किया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो मानक के अनुसार क्रशर प्लांट का संचालन किया जाना है, जो प्लांट सीज किए गए हैं, वे पर्यावरण के मानकों को पूरा नहीं कर रहे थे।

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