लाइफस्टाइल डेस्क. रसोई अब सिमटकर छोटी व सलीके दार हो गई है। ऐसी रसोई को सेमी ओपन किचन कहा जाता है। यह दिखने में भी व्यवस्थित और कार्य करने में सुविधाजनक होती है। पहले रसोई एक छोटे से कमरे में हुआ करती थी। आजकल इसका ये स्टाइल सेमी ओपन किचन के रूप में लौट आया है। ये आम रसोई की तरह ही होती है। फर्क़ सिर्फ़ इतना है कि ये खुली-खुली होने के साथ-साथ सुविधाजनक भी होती है। सेमी ओपन किचन डायनिंग हॉल से सटा होता है, ताकि काम में व्यस्तता के चलते आप परिवार या मेहमानों के साथ बातचीत का हिस्सा बना रहें।
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कमरे से जुड़े हिस्से पर सर्विस विंडो बनी होती है। डायनिंग टेबल तक भोजन रखने या पहुंचाने के लिहाज़ से यह विंडो काफ़ी मददगार है। इससे समय और आमतौर पर होने वाली भागदौड़ से बचा जा सकता है। इसमें ऊपर की ओर एक अलमारी भी लगा सकते हैं, ताकि थाली, कटोरी, गिलास आदि रखे जा सकें।
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मामूली रसोई में स्लाइडर दरवाज़ा लगाकर इन्हें भी ओपन किचन का रूप दे सकते हैं। रसोई के दरवाज़े वाले हिस्से पर स्लाइडर लगाकर आवश्यकतानुसार खोल सकते हैं। इनमें पारदर्शी कांच का स्लाइडर भी लगा सकते हैं, ताकि खाना बनाते वक़्त मसाले-मिर्च की तीखी गंध घर में न फैले।
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आमतौर पर लिविंग रूप से रसोई सटी होती है जिनमें दरवाज़ा नहीं होता है। इसको ओपन किचन का रूप देना चाहते हैं तो हॉल और रसोई के बीच दरवाज़ा और बाय फोल्डिंग विंडो लगा सकते हैं। फोल्डिंग विंडो से सटाकर टेबल और कुर्सी लगा सकते हैं।