तमन्ना फरीदी
लख़नऊ।समाजवादी पार्टी (एसपी) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को मैनपुरी से अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव के अलावा बीएसपी के कुछ नेता भी मौजूद थे। नामांकन के बाद मुलायम सिंह का जनसभा को संबोधित करने का एक कार्यक्रम प्रस्तावित था लेकिन वह नामांकन कराकर निकल गए। सभा में मुलायम के न पहुंचने से उन्हें सुनने आए सैकड़ों लोगों को निराशा हाथ लगी।
मुलायम सिंह यादव से सुबह उनके भाई और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव मिलने पहुंचे। कयास लगाए जा रहे थे कि शिवपाल भी मुलायम के साथ नामांकन कराने जाएंगे लेकिन वह उनसे मिलकर निकल गए। शिवपाल के जाने के बाद मुलायम अपने समर्थकों और प्रस्तावकों के साथ नामांकन दाखिल करने पहुंचे। इस दौरान इतनी भीड़ रही कि पुलिस को लोगों को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
मुलायम का पर्चा भरवाने के दौरान एसपी महासचिव प्रफेसर राम गोपाल यादव और उनके बेटे अक्षय यादव भी मौजूद रहे। बता दें कि अक्षय फिरोजाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उन्हें अपने ही चाचा शिवपाल यादव से टक्कर मिल रही है। आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव मैनपुरी लोकसभा सीट से पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वह यहां से चार बार चुनाव लड़े और चारों बार उन्हें जीत हासिल हुई। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने मैनपुरी के अलावा आजमगढ़ से भी चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने मैनपुरी सीट से इस्तीफा दे दिया था। इस सीट पर हुए उपचुनाव में सपा उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने जीत हासिल की थी।
मुलायम ने चार पेज में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। पर्चा भरने के दौरान मुलायम के साथ चार प्रस्तावक मौजूद थे। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मुलायम ने साफ किया कि वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। वह नामांकन कराने के लिए एक विशेष बस पर सवार होकर पहुंचे थे।
एसपी अजय शंकर राय ने बताया कि सपा नेता मुलायम सिंह के रास्ते में ग्रेनेड मिलने की जो खबरें चल रही हैं। वह बिल्कुल भ्रामक हैं। ग्रेनेड मिला है लेकिन यह मुलायम के मैनपुरी जाने के रास्ते से बिल्कुल विपरीत दिशा में है। यह पुराना ग्रेनेड है। इसमें जंग लगा हुआ है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह पहले से ही निष्क्रिय है। कुछ बच्चे सड़क के बगल में खेल रहे थे। उन्हीं को यह मिला था। इसे निकालकर बाहर ले आए थे। इसकी जांच करवाई जा रही है।
पर्चा भरने के बाद मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के यूपी में सबसे ज्यादा सीटें जीतने की बात कही। हालांकि बीएसपी को लेकर मीडिया के सवालों का कोई भी जवाब देने से वह बचे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी यूपी में सबसे बड़ा दल होगी, लेकिन बीएसपी के नाम पर पूरी तरह चुप्पी साध ली।
एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भले ही बीएसपी को लेकर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया हो, लेकिन मैनपुरी लोकसभा सीट पर मायावती प्रचार करने वाली हैं। एसपी और बीएसपी ने संयुक्त रैलियों के जो 11 कार्यक्रम तय किए हैं, उनमें से एक आयोजन मैनपुरी में होना है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने सपा-बसपा के साथ गठबंधन नहीं होने के बावजूद मुलायम परिवार के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है
कांग्रेस के साथ ही मुलायम के भाई शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (पीएसपी-एल) ने भी उनके खिलाफ मैनपुरी संसदीय सीट से किसी भी उम्मीदवार को नहीं उतारने का फैसला किया है। बीएसपी यूपी में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है, वहीं बीजेपी की तरफ से मुलायम सिंह के खिलाफ उम्मीदवार उतारा जाना अभी बाकी है।
मैनपुरी में तीसरे चरण में मतदान होगा और इसके लिए नोटिफिकेशन 28 मार्च को जारी किया गया था। तीसरे चरण के नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 4 अप्रैल है। ऐसे में, मुलायम सिंह यादव अब तक नामांकन दाखिल करने वाले इस सीट से अभी तक एकमात्रा उम्मीदवार हैं।
इस संसदीय ज्यादातर ग्रामीण मतदाता है और 35 फीसदी से ज्यादा यादव हैं।मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के यूपी में सबसे ज्यादा सीटें जीतने की बात कही, राजनितिक पंडित मुलायम सिंह यादव की जीत सुनिश्चित कर चुके है।
तमन्ना फरीदी