कोलकाता की गुनगुनी धूप में दो उच्च स्तर की टीमों के कप्तान सम्मान के साथ एक-दूसरे की आंखों में आंखें डालकर मुकाबला खेलने उतरेंगे। इसके बाद उनकी नजर ईडन गार्डन्सकी उस पिच पर जाएगी जो धीमी और स्पिनर्स की मददगार सतह की बजाय अब अच्छे उछाल के लिए जानी जाती है। सनराइजर्स हैदराबाद के लिए शायद ये बात परेशानी की ना हो, लेकिन घरेलू टीम कोलकाता नाइटराइडर्स शायद पुरानी पिच पर ज्यादा सहज महसूस करती।
मुंबई इंडियंस की तरह ही कोलकाता की टीम में अच्छे तेज गेंदबाज हैं। लॉकी फर्ग्युसन और आंद्रे रसेल का संयोजन अच्छा है जबकि सुनील नरेन, पीयूष चावला और कुलदीप यादव की स्पिन तिकड़ी विपक्षी टीम के लिए चिंता पैदा करने वाली है।
कोलकाता की पिच वार्नर के लिए मुफीद
वहीं, सनराइजर्स के तेज गेंदबाजी आक्रमण में काफी गहराई है, लेकिन टीम में शाकिब, नबी और राशिद में से दो की जगह ही बन सकती है। कोलकाता की तेज पिच वार्नर के स्वागत के लिए बिल्कुल सही है जो सनराइजर्स के लिए करिश्माई प्रदर्शन करते रहे हैं। वहीं क्रिस लिन ने कोलकाता के अपने प्रशंसकों को अपनी क्षमता की सिर्फ एक झलक ही दिखाई है। दोनों टीमों की बल्लेबाजी मजबूत और गहरी है। हालांकि, सनराइजर्स का शीर्ष क्रम बेहतरीन है तो केकेआर का निचला क्रम।
मुंबई की जीत के साथ शुरुआत करने पर नजर
उधर मुंबई में, सुहावनी शाम के बीच तीन बार की चैम्पियन घरेलू टीम जीत की तलाश में जुटी दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैदान में कदम रखेगी। मुंबई की बल्लेबाजी मजबूत है। बेशक टीम को अपने तीन विदेशी तेज गेंदबाजों की कमी खलेगी, लेकिन इस मुकाबले में वह दावेदार के तौर पर ही उतरेगी। दोनों टीमों के पास ताकतवर घरेलू खिलाड़ी हैं। मुंबई की बल्लेबाजी में गहराई है और ईमानदारी से कहूं तो टीम के पास विस्फोटक खिलाड़ियों की भरमार है।
इतिहास बदलने के इरादे से उतरेगी दिल्ली कैपिटल्स
दिल्ली के पास बढ़िया तेज गेंदबाजी आक्रमण है। ट्रेंट बोल्ट, कगिसो रबादा और इशाांत शर्मा और आवेश के खिलाफ रोहित और क्विंटन डी कॉक की बल्लेबाजी देखना मजेदार अनुभव रहने वाला है। दोनों टीमें झिझक के साथ शुरुआत करने के लिए जानी जाती हैं। दिल्ली की टीम थोड़ी ज्यादा नर्वस होगी, क्योंकि टीम का इतिहास क्वालीफाइंग न कर पाने वाला अधिक रहा है। हालांकि, नए खिलाड़ी इस दबाव को कम करने में मददगार होंगे।
जो अच्छी शुरुआत करेगा फायदे में रहेगा
मुंबई की टीम वानखेडे में अपने वर्चस्व के अहसास को फिर से महसूस करना चाहेगी। यह एक लंबा और कड़ा टूर्नामेंट है। आगे चल रही टीमें एकदम पिछड़ सकती हैं और निर्णायक मुकाबलों में किसी भी टीम को बढ़त मिल सकती है। लेकिन ये भी सच है कि अच्छी शुरुआत करने वाली टीमें हमेशा अच्छे नतीजों की उम्मीद जगा देती हैं।
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