रामजियावन गुप्ता
मृतक के पिता की तहरीर पर मृतक की पत्नी, ससुर एवं साला पर आत्महत्या के लिए उकसाने पर मुक़दमा पंजीकृत
बीजपुर/सोनभद्र एनटीपीसी की रिहन्द परियोजना के आवासीय परिसर में स्थित टी टी एस कालोनी के ए टाइप के आवास न0 157 में अपने पत्नी के साथ निवास करने वाले सहायक लोकोपायलट लगभग 27 वर्षीय रवि शंकर मिश्र पुत्र शिव मोहन मिश्र ने शनिवार की रात्रि कमरे में लगे सीलिंग फैन से मोफलर से फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामले की जानकारी मृतक की पत्नी ने लोगों को उस वक्त दी जब वह मृतक के शव को फैन से नीचे उतार चुकी थी। आस पास के लोगों ने शव को रिहन्द परियोजना के धन्वन्तरी चिकित्सालय में ले गए। तब तक काफी देर हो चुकी थी। रविवार की सुबह सूचना पर मौके पर पहुँचे बीजपुर थाना के प्रभारी निरीक्षक हरिश्चन्द सरोज ने महिला पुलिस के साथ जब मृतक की पत्नी से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके पति रूम के एक कमरे में दरवाजा अंदर से बंद करके सीलिंग फैन से मोफलर से फाँसी लगा लिए थे। जब उसे कुछ डाउट हुआ तो किसी तरह मैं दरवाजे की कुंडी खोलकर कमरे के अंदर गई उसके बाद चाकू से फैन में लगे मोफलर को काटकर उनको नीचे उतारा तथा लोगों को इस वाकए की जानकारी दी। दूसरी तरफ मृतक रवि शंकर मिश्र के पिता शिव मोहन मिश्र निवासी गोरैया, सीखड़, थाना चुनार, जिला मिर्जापुर (उ0 प्र0) ने बीजपुर थाना में रविवार को तहरीर के जरिए पुलिस को अवगत कराया कि उसके पुत्र की शादी 28 अप्रैल 2017 को जनपद जौनपुर के थाना सुरेरी, गांव नींबुअरिया पृथ्वीपुर निवासी शिव मोहन पाण्डेय उर्फ गोपाल की पुत्री प्रियंका पाण्डेय से हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद से ही मेरे बहू के पिता, उसका भाई राहुल पाण्डेय व बहू प्रियंका मेरे पुत्र को दहेज़ उत्पीड़न में फँसाकर जेल भेजवाने की धमकियाँ बार बार दिया करते थे। इन्ही लोगों के उत्पीड़न से तंग आकर मेरे बेटे ने आत्महत्या कर लिया है। प्रभारी निरीक्षक बीजपुर श्री सरोज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मृतक के पिता की तहरीर पर मृतक की पत्नी प्रियंका, ससुर शिव मोहन पाण्डेय उर्फ गोपाल तथा साला राहुल पाण्डेय के ऊपर आई पी सी की धारा 306 के तहत मुक़दमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी है। वही उप निरीक्षक जय प्रकाश श्रीवास्तव ने शव का पंचनामा करवाकर उसे अन्त्य परीक्षण हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी भेजवां दिया। मृतक के पिता ने बताया कि उनका बेटा स्थानीय यूं पी एल कम्पनी के माध्यम से रिहन्द परियोजना के एम जी आर विभाग में सहायक लोकोपायलट के पद पर पिछले लगभग दो वर्षो से काम कर रहा था। उसके सहकर्मियों की माने तो वह बड़े ही मृदुल स्वभाव का था। वह अपने माँ बाप का एकलौता बेटा था।