सोनभद्र। खनन माफियाओं के हौसले किस कदर चंद अधिकारियों ने बढ़ा रखा है जिसका परिणाम रायपुर की घटना है । जिसमें बेखौफ खनन माफिया घेरकर वन कर्मियों पर हमला कर न सिर्फ उनके वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया बल्कि फारेस्ट गार्ड को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया । चुनाव के वक्त इस तरह की घटना सरकार को बदनाम करने की साजिश है, इसकी तत्काल मजिस्ट्रेटी जांच होनी चाहिए उक्तभाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने कहा ।
धर्मवीर तिवारी ने कहा कि जनपद में अवैध खनन की शिकायत कोई नई नहीं है । अधिकारियों की मिलीभगत से जिले में अवैध खनन चरम पर है।
लेकिन वन विभाग के कर्मी को आज अपनी इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ी, यह दुःखद है। वन क्षेत्र में सड़क बनाने व अन्य कार्य कराने के लिए अधिकारी ठेकेदारों से सांठगांठ कर उन्हें खुद अवैध खनन करने के लिए चोरी-छिपे सहमति देते है । न देने पर उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाते है पूरे जिले में किसी भी कार्य को वन क्षेत्र में दिखाकर कार्य रोक दिया जाता है । धर्मवीर तिवारी ने कहा कि पूरे सेंचुरी क्षेत्र में अवैध खनन मिली भगत से ही सम्भव हुआ है ।
मगर इस खेल को समझते हुए भी एक छोटा कर्मचारी लोगों की शिकायत पर ड्यूटी करने को मजबूर होता है, जहां इस तरह की घटना को आजम दिया जाता है।
पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूरे जिले में वन विभाग की लूट चरम पर है । खुलेआम टोल प्लाजा के पास ट्रकों से आए दिन वसूली हो रही है । धर्मवीर तिवारी ने जिलाधिकारी से मांग की है कि मजिस्ट्रेटी जांच कर भ्रष्ट अधिकारियों पर FIR दर्ज हो ।