सोनभद्र(प्रभात कुमार)- बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामला पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता माध्यम से हल निकालने की बात कही तो इस पर दोनो सम्प्रदायों के लोगो ने अलग अलग विचार रखा । इसके अयोध्या के दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास जी कोर्ट के मध्यस्थता के निर्णय से समहत नही है। उनका कहना है कि राम मंदिर के निर्माण का फैसला मध्यस्थता से नही निकलने वाला ।
सुप्रीम कोर्ट ने जिनके नेतृत्व में मध्यस्थता की बात कहा है उसमें दिगम्बर अखाड़ा , निर्मोही अखाड़ा और विश्व हिन्दू परिषद कहा है इसमें अयोध्यावासी कहा है । केंद्र में मोदी और प्रदेश में योगी की सरकार है इनके नेतृव में ही अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा। जिस तरह से हाईकोर्ट ने राम मंदिर होने का फैसला सुनाया था उसी तरह सुप्रीम कोर्ट भी 100 करोड़ हिन्दुओ की भावनाओ का ध्यान रखते हुए फैसला सुनाए। इस मध्यस्थता के लिए हम सब तैयार नही है श्री श्री रविशंकर कहा देंगे कि वहां मस्जिद और मन्दिर दोनो बने तो क्या हम मान जाएंगे नही । पूरे देश मे बाबर के नाम पर कही मस्जिद नही बनने देंगे और अयोध्या में तो मस्जिद बनेगा ही नही। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते है लेकिन मध्यस्थता के लिए हम तैयार नही है।
सोनभद्र के विंढमगंज में आयोजित श्री राम कथा में आये दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास जी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर मुद्दे पर जो मध्यस्थता के लिए तीन लोगों के नाम का रखा है पक्ष में कोई भी नही है। सुप्रीम कोर्ट ने शीर्ष अदालत के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एफ.एम .आई कलीफुल्ला को मध्यस्थता के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने कहा कि पैनल के अन्य सदस्यों में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पंचू भी शामिल हैं। लेकिन दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास जी कोर्ट के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं । उनका कहना है कि मध्यस्थता समिति में कोई भी अयोध्यावासी का नहीं रखा गया इतना ही नही इसमें दिगम्बर अखाड़ा , निर्मोही अखाड़ा व विश्व हिंदू परिषद को शामिल नही किया गया है। इसके पहले भी मध्यस्थता का प्रयास किया जा चुका है जो असफल रहा । उन्होंने कहा कि वह किसी भी कीमत पर अयोध्या में राम मंदिर के स्थान पर मस्जिद नही बनने देंगे। नरेंद्र मोदी और योगी के नेतृत्व में ही अयोध्या में राम मंदिर बनेगा।