जनपद की दो छात्राओ ने पॉवर लिप्टिंग नेशनल में स्वर्ण पदक जीतकर बढाया प्रदेश का गौरव

सोनभद्र। देश भर में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है और अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री समाज में अलग पहचान बनाने वाली महिलाओं को सम्मानित करेंगे तो वही सोनभद्र में  बेटी बचाओ बेटो पढ़ाओ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस नारे को दो  परिवार साबित कर के दिखाया है।

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इस आदिवासी जिले के सदर विकास खण्ड अन्तर्गत नई गांव की दो बेटिया समिति संसाधनो में पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में  राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीत कर माता पिता के साथ ही जिले का नाम रोशन किया है। इन दोनों बेटियों ने का कहना है

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कि कम संसाधन में प्रशिक्षण लेकर इस  मुकाम तक पहुची है और उनका अंतर्रराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करने के साथ ही ओलम्पिक में खेलना लक्ष्य है। वही दोनो परिवार के लोगो का कहना है कि खेतीबाड़ी से जितना उनसे बन सकता है वह बेटियों के लिए कर रहे है और जहां तक यह खेलना चाहती है वह खेलायेंगे इसके लिए भले ही जो कुछ करना पड़े। उन्हें बेटियों के खेल के लिए सरकार से अभी तक कोई सुविधा नही मिली है ।

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सोनभद्र में सदर विकास खण्ड अंतर्गत नई गांव की दो बेटियां शिवानी  ने इंडियन पावर लिफ्टिंग फेडरेशन द्वारा छत्तीसगढ़ में आयोजित 5 से 9 सितम्बर 2018 में 47 वर्ग किलोग्राम में गोल्ड मेडल और जमशेदपुर में 16 से 19 मार्च 2018 को आयोजित प्रतियोगिता में  माया ने 43 वर्ग किलोग्राम में गोल्ड मेडल जीता है।  राष्ट्रीय स्तर पर पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल मिलने पर जिले का नाम दोनो बेटियों ने रोशन किया है।

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Vo 2 – पावर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतने और इसके लिए प्रेरणा पर दोनों बेटियों ने कहा कि  अपनी पढ़ाई के साथ ही घर का काम करने के बाद प्रतिदिन दस किलोमीटर तियरा विशिष्ट स्टेडियम में जाकर प्रशिक्षण लेती है । इसके लिए उनके मातापिता और कोच रामजी यादव का पूरा सहयोग मिलता है। वही दोनो परिवार के लोगो का कहना है कि खेतीबाड़ी से जितना उनसे बन सकता है वह बेटियों के लिए कर रहे है और जहां तक यह खेलना चाहती है वह खेलायेंगे इसके लिए भले ही जो कुछ करना पड़े। उन्हें बेटियों के खेल के लिए सरकार से अभी तक कोई सुविधा नही मिली है ।  पावर लिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीतने वाली लड़कियो के कोच का कहना है कि दोनों ही मेहनती खिलाड़ी है और उन्हें थोड़ी प्रशिक्षिण की जरूत थी जिसे उन्होंने पूरा किया जिस पर दोनों ने अपना शत प्रतिशत दिया और आज सवर्ण पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया है। जिले में प्रभिवाओ को कमी नही है जरूरत है तो सिर्फ उन्हें निखारने की जिसके लिए सरकार को ऐसे खिलाड़ियों की मदद करनी चाहिए।

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