सिगरौली।नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एन॰सी॰एल॰) के नेहरू शताब्दी चिकित्सालय (एन॰एस॰सी॰ (ने बुधवार को 20 ज़रूरतमंद मरीज़ों का निःशुल्क चिकित्सीय परीक्षण किया। इस कार्यक्रम के लिए खास तौर से फ्रेक्चर क्लीनिक एवं ट्रॉमा सेंटर, वाराणसी के आर्थोपेडिक सर्जन डॉ॰ अभिनव कुमार अग्रवाल को आमंत्रित किया गया था, जिन्होनें हड्डी के विभिन्न रोगों से पीड़ित लोगों का चिकित्सीय परीक्षण कर उन्हें संबन्धित परामर्श व चिकित्सीय जानकारी भी दी।एन॰सी॰एल॰ की निगमित सामाजिक दायित्व (सी॰एस॰आर॰) योजना के तहत आयोजित इस शिविर का संचालन एन॰एस॰सी॰ के प्रमुख चिकित्सा सेवाएं (सी॰एम॰एस॰) डॉ॰ उमाशंकर तथा प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सी॰एम॰ओ॰ इंचार्ज) डॉ॰ संजीव कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में किया गया।बबलू की तकलीफ़ हुई दूरपैर में गहरी चोट लगने की वजह से कई महीनों से तेलदाह गांव के निवासी श्री बबलू साकेत को चलने में बेहद पीड़ा उठानी पड़ती थी एवं गरीबी रेखा से नीचे (बी॰पी॰एल॰) की सूची वाले परिवार के होने की वजह से वे अपना इलाज कराने में असमर्थ थे। श्री बबलू की व्यथा देखते हुए इस शिविर के अंतर्गत उनको निःशुल्क भर्ती कर उनके पैर में रॉड फिट करने का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। ऑपरेशन के बाद श्री बबलू की तबीयत स्थिर है, और उम्मीद है कि मात्र एक दिन के आराम के बाद वह धीरे-धीरे चलना शुरू कर देंगे। यह ऑपरेशन एन॰एस॰सी॰ के आर्थोपेडिक विभाग ने डॉ॰ अभिनव के सहयोग से किया।शिविर में डॉ॰ उमाशंकर ने सभी उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एन॰एस॰सी॰ भविष्य में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों को आमंत्रित कर समय-समय पर जरूरतमंद मरीजों व स्थानीय लोगों को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने की मुहिम जारी रखेगा।गौरतलब है कि इससे पहले एन॰एस॰सी॰ ने जनवरी में परसोहर गांव के श्री देवधारी बैगा एवं फरवरी में तियरा गांव के रहने वाले श्री रामकेश सांह का सफल घुटना-प्रतिस्थापन ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन के बाद दोनों मरीज़ स्वस्थ हैं और उन्होंने स्वतः चलना भी शुरू कर दिया है।