नई दिल्ली. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि ईवीएम पर बार-बार सवाल उठाना ठीक नहीं है। हम दो दशक से भी ज्यादा समय से ईवीएम का इस्तेमाल कर रहे हैं। आप यदि 2014 के चुनाव से बाद के उदाहरण लेंगे तो भी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
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अरोड़ा ने कहा, ‘साल 2014 में दिल्ली में लोकसभा के चुनाव हुए। एक राजनीतिक पार्टी को जीत मिली। इसके बाद दिल्ली विधानसभा के चुनाव हुए। दूसरी राजनीतिक पार्टी ने बड़े अंतर से जीत हासिल की। इसके बाद कर्नाटक समेत पांच प्रदेशों में चुनाव हुए। हर जगह परिणाम अलग थे।’
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उन्होंने कहा, ‘माफ कीजिएगा मगर हमने ईवीएम को फुटबॉल बना दिया है। यदि परिणाम मनमाफिक आया तो ईवीएम अच्छी, अगर ऐसा नहीं हुआ तो ईवीएम बुरी है। ईवीएम तो वोट नहीं कर रही है। आप और हम वोट दे रहे हैं। ऐसे में कोई मतलब नहीं है कि बार-बार इस पर सवाल उठाना।’
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उन्होंने बताया,’लोकसभा चुनाव के साथ ही जम्मू कश्मीर के चुनाव होने के मामले पर अरोरा ने कहा, आयोग ने जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव, डीजीपी, केंद्रीय गृह सचिव और सभी राजनीतिक पार्टियों से चर्चा की है। हमने हर बात का ध्यान रखा है। दिल्ली में होने वाली प्रेसवार्ता में हम इसकी जानकारी देंगे।’