सोनभद्र। वनवासियों के अधिकार को लेकर भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा ने बैठक दण्डईत बाबा मन्दिर प्रांगण में किया। जिसमें वनाधिकार से वंचित आदिवासी गिरिवासी व वनवासियों को उनके अधिकार दिलाने के लिए प्रदर्शन कर सरकार से मांग किया गया। इस दौरान भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा के संस्थापक समेत तमाम लोग मौजूद रहे और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो अपना फैसला वापस लिया है
उसका स्वागत करते है और सुप्रीम कोर्ट को हम बधाई देते हैं। केंद्र व प्रदेश सरकार मिर्जापुर , चन्दौली व सोनभद्र के निरस्त 53 हजार दावों को स्वीकार करते हुए वनवासियों को उनकी भूमि पर मालिकाना हक दें यही हमारी मुख्य मांग है। सोनभद्र में आज भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा ने आदिवासियों , वनवासियों को उनका मौलिक अधिकार व वन भूमि पर उनके मालिकाना हक को लेकर आज दण्डईत बाबा मंदिर प्रांगण में बैठक किया।
इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के समक्ष केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा कोई दावा नहीं रखने पर सुप्रीम कोर्ट को अपने फैसले को वापस लेना पड़ा जिसका हम भी वनवासी स्वागत करते है। 12 फरवरी को जो गलत फैसला लिया था सुप्रीम कोर्ट ने उसको वापस लिया उसका हम लोग स्वागत करते हैं और सरकार को चेतावनी देते हैं 10 जुलाई तक जितने दावे आप लोगों ने लिया है उसको स्वीकार नहीं करते हैं आंदोलन चलता रहेगा सोनभद्र मिर्जापुर चंदौली में मिलाकर के दिए गए हैं दिए गए हैं कुल 53000 दावे निरस्त किए गए हैं जिसमें से 12000 दावे स्वीकृत किए गए हैं आदिवासियों की मांग है कि हमारे जोधपुर की पुश्तैनी जमीन को हम को मौलिक अधिकार दिया जाए जो 12000 लोगों को दिया गया है जो 53000 लोग शेष बचे हैं उनको भी स्वीकृति प्रदान की जाए।