नई दिल्ली/इस्लामाबाद. प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद में ऐलान किया कि बंदी बनाए गए विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को शुक्रवार को भारत कोसौंपा जाएगा। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान शांति का संदेश देने के लिए यह कदम उठा रहा है। इससे पहलेभारत ने पाकिस्तान से कहा कि वह तत्काल और बिना शर्त अभिनंदन को रिहा करे। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर अभिनंदन की रिहाई के बदले पाक सौदेबाजी की उम्मीद कर रहा है तो यह उसकी बड़ी भूल है। इस बीच पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगर भारत तनाव कम करने को तैयार है, तो रिहाई पर विचार किया जा सकता है।
हमने जानबूझकर एलओसी पार नहीं की- भारत
- सूत्रों ने कहा- भारत अभिनंदन की तुरंत रिहाई की उम्मीद कर रहा है। किसी तरह की सौदेबाजी का सवाल ही नहीं उठता। अगर पाकिस्तान सोचता है कि अभिनंदन के तौर पर उनके पास सौदेबाजी के लिए कोई कार्ड है, तो यह उसकी बड़ी भूल है। भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान में अभिनंदन के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए।
- “भारत ने एक्शन के दौरान किसी भी रिहायशी या सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर इसे बढ़ाया है। भारत ने जानबूझकर लाइन ऑफ कंट्रोल को पार नहीं किया, हमारे पास बहुत मजबूत वजह थी। भारत ने पाकिस्तान की युद्ध जैसे हालात बनाने की कोशिशों को नाकाम कर दिया।’
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाक पीएम इमरान खान के बीच बातचीत के सवाल पर सूत्रों ने कहा- आतंकवाद के खिलाफ तुरंत, विश्वसनीय और प्रामाणिक कार्रवाई करने के बाद ही किसी तरह की बातचीत हो सकती है। पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हमारा यही संदेश है।
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पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद और दो पायलटों को पकड़ने को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से झूठ बोला। इसके अलावा भारतीय जहजों और मिसाइलस्ट्राइक के बारे में भी झूठ फैलाया।
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हम करतारपुर कॉरिडोर पर वार्ता के लिए तैयार हैं। उन्होंने (पाकिस्तान) इसे बंद कर दिया है, क्योंकि यह उसके हवाई क्षेत्र के नजदीक है। उन्होंने समझौता एक्सप्रेस भी रोक दी है।
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हम जिम्मेदारी दिखा रहे हैं और वे जंग का माहौल तैयार कर रहे हैं। उन्होंने मुंबई और पठानकोट हमले के सबूत देने पर भी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। पुलवामा हमले के 13 दिन बाद भी जैश की भूमिका से इनकार किया।
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न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक के दौरान भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बातचीत के सवाल पर कुरैशी ने कहा कि उन्हें कोई हर्ज नहीं है, लेकिन स्वराज के साथ बातचीत के लिए ओआईसी उचित मंच नहीं है।
शाम कोभारतीय सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस
इससे पहलेभारतीय रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान सेना आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का समर्थन कर रही है। ऐसा लगता है कि वह जैश के सरगना मसूद अजहर को पनाह दे रही है। वहीं, गुरुवार शामभारत की तीनों सेनाएं- थल, वायु और नौसेना ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। मंत्रालय के अफसर ने कहा- हमें यकीन है कि पाकिस्तान की हवाई घुसपैठ सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के लिए थी। हमारे एयरफोर्स के पायलट के साथ बुरा बर्ताव हो रहा है, जो जेनेवा कंवेंशन का उल्लंघन है।
पाक के तीनों विमानों ने की थी घुसपैठ
इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान वायुसेना के तीन विमानों ने भारतीय वायु क्षेत्र का उल्लंघन किया था। वे यहां तीन मिनट तक रहे। पाक ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की कोशिश की थी। वायुसेना ने घुसपैठ का जवाब देने के लिए 2 मिग-21 और 3 सुखोई-30 भेजे। मिग के पायलट ने एक पाकिस्तानी एफ-16 मार गिराया। हालांकि, इस दौरान हमारा एक मिग क्रैश हो गया, जिसके चलते पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान ने बंदी बना लिया।
इससे पहले दो जवानों की हो चुकी है पाक से रिहाई
- करगिल जंग के वक्त जब कम्बापति नचिकेता वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट थे तब उनकी उम्र 26 साल थी। उनके जिम्मे बटालिक सेक्टर की सुरक्षा थी। 27 मई 1999 को वे मिग-27 फाइटर प्लेन उड़ा रहे थे जब इंजन फेल हो जाने के चलते उन्हें इजेक्ट होना पड़ा और पैराशूट के सहारे वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जा गिरे। पाकिस्तान के सैनिकों ने उनके साथ बुरी तरह मारपीट की। पाक सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के दखल के बाद उनके साथ बुरा बर्ताव रुका। भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाया और आठ दिन बाद नचिकेता की रिहाई हो सकी।
- 1965 की भारत-पाक जंग के वक्त भी कई भारतीय सैनिकों को पाक ने बंदी बना लिया था। इनमें एक स्क्वाड्रन लीडर केसी करियप्पा भी थे। उनके विमान को पाकिस्तानी वायुसेना ने निशाना बनाया था। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान ने बंदी बना लिया था। जब जंग खत्म हुई तो चार महीने बाद उनकी रिहाई हो सकी।
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