कल मोरवा मस्जिद के सदर पद के चुनाव को लेकर सस्पेंस बरकरार

दोनों पक्षों के लोग पहुंचे थाने देर रात तक जारी है माथापच्ची

सिगरौली।गुरुवार को मोरवा स्थित गौशुलवारा जामा मस्जिद के सदर पद के लिए चुनाव को लेकर माथापच्ची देर रात तक जारी है। बुधवार देर शाम मुस्लिम समुदाय के दोनों पक्ष अपनी बातों को लेकर मोरवा थाने पहुंचे, जहां मामले को बिगड़ता देख *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंदे, तहसीलदार विवेक गुप्ता, अनुविभागीय अधिकारी शिवेंद्र सिंह बघेल व निरीक्षक अनूप सिंह ठाकुर* ने दोनों पक्षों को शांतिपूर्ण तरीके से मामला सुलझा ने की नसीहत दी। मस्जिद नमाजियों के एक गुट का मानना था कि *वर्तमान में सदर जियाउर रहमान* का कार्यकाल बहुत अच्छा है। उनके द्वारा आपसी सौहार्द बनाकर सभी कार्य को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने मोरवा थाने में आवेदन देकर बताया की कि *दूसरे पक्ष द्वारा तथ्यहीन आधार पर चुनाव की घोषणा कर डाली है* जबकि रजिस्टार फर्म्स एवं संस्थाएं रीवा द्वारा 3 सितंबर 2021 तक मस्जिद की वर्तमान कमेटी एवं पदाधिकारियों को वैधता प्रदान की गई है। जियाउर रहमान ने थाने में दिए आवेदन में यह भी आरोप लगाया है कि पूर्व में भी *मोहम्मद मुकीम* एवं उनके लोगों द्वारा विवाद की स्थिति उत्पन्न की गई है।

वहीं दूसरे पक्ष इसके विरोध में वर्तमान सदर के कार्यकाल को तानाशाही बताते हुए प्रशासन से पुनः चुनाव कराने को पहुंचा था और बाद में रीवा रजिस्ट्रार से मौखिक अनुमति अनुमति पाकर आगामी 28 फरवरी को मस्जिद के सदर पद के लिए चुनाव की घोषणा भी कर डाली थी। उनके विरोध में थाने पहुंचे लोगों का आरोप है कि *जियाउर रहमान के कार्यकाल में कमेटी के लोगों की संख्या हमेशा घटती रही है। उनके पद के खिलाफ आवाज उठाने वाले व्यक्ति को कमेटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।* अतः समुदाय के भले के लिए पुनः चुनाव कराया जाना अति आवश्यक है। फिलहाल जानकारी अनुसार प्रशासन द्वारा मामले का निराकरण अभी तक नहीं किया जा सका है।

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