अजमेर/बरेली. पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों की मदद के लिए एक भिखारन ने 6.61 लाख रुपए दान दिए हैं। वहीं, उत्तरप्रदेश के बरेली की एक प्रिंसपल ने अपनी सोने की चूड़ियां बेंचकर जुटाई गई 1 लाख 38 हजार 387 रुपए की रकम प्रधानमंत्री राहत कोष में दे दी है। इससे पहले दुबई में रहने वाले भारतीय मूल के दो कारोबारी भाई एक करोड़ रुपए देने का ऐलान कर चुके हैं।
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अजमेर में मंदिर के बाहर भीख मांगने वाली नंदनी शर्मा की करीब छह महीने पहले मौत हो गई थी। लेकिन उन्होंने अपनी वसीयत में यह रकम देश के लिए दान करने की इच्छा जताई थी। नंदनी की तरफ से उसके परिवारवालों ने यह पैसा शहीदों की मदद के लिए दान किया।
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उधर, प्राइवेट स्कूल में प्रिंसिपल बरेली की किरण झगवाल ने कहा, ‘‘मैंने टीवी पर शहीदों की पत्नियों को बिलखते देखा तो मुझसे रहा नहीं गया। मैंने अपने पिता की ओर से उपहार में दी गईं सोने की चूड़ियों को बेचने का फैसला किया।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को मदद के लिए आगे आना चाहिए। हमारी 130 करोड़ आबादी है। अगर हर व्यक्ति एक रुपए भी दान करे तो काफी इकम जुटाई जा सकती है।’’
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दुबई में रहने वाले दो भारतीय कारोबारी भाई प्रभाकर राव और सुधाकर राव भी पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिवार को पांच लाख दिरहम (करीब 97 लाख रुपए) देने का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम विश्व शांति की कामना करते हैं।
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कनाडा में रहने वाले एनआरआई जनसकरन देओल ने पुलवामा में शहीद हुए पंजाब के चार जवानों के परिवारों को 1-1 लाख रुपए की मदद दी है। उन्होंने चेक भेंट करते हुए कहा, ‘‘जवानों के परिवार को बड़ी क्षति हुई है। अब वक्त है कि हम उनकी मदद करें।’’