खेल डेस्क. राइफल और पिस्टल का आईएसएसएफ वर्ल्ड कप बुधवार से शुरू हो रहा है। यह इस सीजन का पहला शूटिंग वर्ल्ड कप है। भारत को 33 साल में सिर्फ तीसरी बार इस वर्ल्ड कप की मेजबानी मिली है। इससे पहले, 2017 में वर्ल्ड कप और वर्ल्ड कप फाइनल्स खेले गए थे। इस वर्ल्ड कप में 58 देशों के 503 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इसमें 50 से ज्यादा वर्ल्ड और ओलिंपिक चैम्पियन हैं। इसके अलावा, कॉमनवेल्थ, एशियन और जूनियर वर्ल्ड चैंपियन भी उतर रहे हैं। इसमें भारत का 23 सदस्यीय दल हिस्सा ले रहा है।
21 फरवरी को ओपनिंग सेरेमनी होगी
दिल्ली की डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज पर भारतीय खिलाड़ियों ने तैयारी शुरू कर दी है। अभी तक 5 टीमें आ चुकी हैं। 28 फरवरी तक होने वाले इस वर्ल्ड कप में 20 तक सभी टीमें आ जाएंगी। 21 को ओपनिंग सेरेमनी होगी। 22 को प्री-इवेंट ट्रेनिंग होगी। 23 से मुकाबले शुरू होंगे। भारत के 8 शूटर हैं, जो पहली बार उतरेंगे। इनमें सुनिधि चौहान, अर्पित गोयल, आदर्श सिंह, अनुराधा, दिव्यांश पवार, एलावेनिल, रविंदर सिंह और पारुल कुमार शामिल हैं।
भारतीय खिलाड़ियों ने तैयारी शुरू की, वर्ल्ड कप में सभी 10 इवेंट में हिस्सा लेंगे
- 25 मी रैपिड फायर पुरुष: अनीष, अर्पित गोयल, आदर्श सिंह।
- 25 मी पिस्टल महिला: राही सरनोबत, मनु भाकर, अनुराधा।
- 10 मी एयर राइफल पुरुष: दीपक कुमार, रवि कुमार, दिव्यांश।
- 10 मी एयर राइफल महिला: अपूर्वी चंदेला, अंजुम मुदगिल, एलावेनिल वलारिवान।
- 10 मी एयर राइफल मिक्स्ड टीम: दीपक कुमार/अपूर्वी चंदेला, रवि कुमार/अंजुम मुदगिल।
- 10 मी एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम: सौरभ चौधरी/मनु भाकर, अभिषेक वर्मा/हीना सिद्दू।
- 50 मी राइफल 3पोजीशन महिला: गायत्री नित्यंदम, तेजस्विनी सावंत, सुनिधि चौहान।
- 50 मी राइफल 3पोजीशन पुरुष: चैन सिंह, संजीव, पारुल कुमार।
- 10 मी एयर पिस्टल पुरुष: सौरभ चौधरी, अभिषेक वर्मा, रविंदर।
- 10 मी एयर पिस्टल महिला: मनु भाकर, हीना सिद्दू, अनुराधा।
भारतीय शूटर को घरेलू माहौल का फायदा मिलेगा
नेशनल राइफल एसोसिएशन के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा, ‘भारतीय शूटर कर्णी सिंह शूटिंग रेंज को अच्छे से जानते हैं। वे यहां पिछले कई दिनों से प्रैक्टिस भी कर रहे हैं। उन्हें घरेलू माहौल का फायदा मिलेगा। इस वर्ल्ड कप में 16 ओलिंपिक कोटा हैं। भारत 7 इवेंट में 14 ओलिंपिक कोटा हासिल कर सकता है। ये इवेंट 10 मी एयर पिस्टल (महिला-पुरुष), 50 मी राइफल 3 पोजीशन (महिला-पुरुष), पुरुष 10 मी एयर राइफल, पुरुष 25 मी रैपिड फायर, महिला 25 मी पिस्टल हैं। साथ ही पिछले दो सालों में भारत के जूनियर खिलाड़ियों न सिर्फजूनियर बल्कि सीनियर टूर्नामेंट में भी गोल्ड जीते हैं।’ इनके हाल के प्रदर्शन को देखा जाए, तो ये देश को ओलिंपिक कोटा दिला सकते हैं।
ऐसे ही कुछ जूनियर और सीनियर खिलाड़ी ये हैं:
- सौरभ चौधरी (16 साल): पिछले साल 8 गोल्ड जीते। वर्ल्ड चैम्पियनशिप, वर्ल्ड कप, एशियन गेम्स, एशियन चैम्पियनशिप, यूथ ओलिंपिक में गोल्ड मेडल।
- अनीष भनवाल (16 साल): कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड, सिल्वर। जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 2 गोल्ड, 2 सिल्वर, 1 ब्रॉन्ज। जूनियर वर्ल्ड कप में 3 गोल्ड, 1 सिल्वर, 1 ब्रॉन्ज।
- संजीव राजपूत (38 साल): कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड। कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप और एशियन गेम्स में सिल्वर। 15 साल का अनुभव।
- तेजस्विनी सावंत (39 साल): कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड और सिल्वर। वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल। 15 साल का शूटिंग का अनुभव।
- मनु भाकर (16 साल): पिछले साल 4 गोल्ड और एक सिल्वर। वर्ल्ड कप में दो, कॉमनवेल्थ गेम्स और यूथ ओलिंपिक में एक-एक गोल्ड। यूथ ओलिंपिक में एक सिल्वर।
- हीना सिद्दू (29 साल): कॉमनवेल्थ गेम्स में एक गोल्ड और एक सिल्वर। वर्ल्ड कप में एक गोल्ड मेडल। एशियाड में ब्रॉन्ज। कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल।
- राही सरनोबत (28 साल): एशियन गेम्स में गोल्ड। कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट। वर्ल्ड कप में गोल्ड और ब्रॉन्ज।
- दीपक कुमार (31 साल): एशियन गेम्स में सिल्वर। वर्ल्ड कप और कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल।
थाईलैंड के 14 साल के शूटर इसारानुडोम सबसे युवा हैं
वर्ल्ड कप में थाईलैंड के 14 साल के इसारानुडोम फुरिहिरेनफत सबसे युवा शूटर हैं। वे 25 मी पिस्टल इवेंट में उतरेंगे। वहीं, स्लोवेनिया के 56 साल के रेजमंड डेबेवेच सबसे उम्रदराज शूटर हैं। वे 50 मी राइफल 3 पोजीशन में हिस्सा लेंगे। रेजमंड के नाम इस इवेंट का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है।
सिल्वर मेडल जीत चुके पति- पत्नी क्रिस्टियन-सेंड्रा भी उतरेंगे
जर्मनी के पति-पत्नी क्रिस्टियन रेट्ज और सेंड्रा रेट्ज 10 मीटर एयर पिस्टल और 25 मीटर पिस्टल में हिस्सा लेंगे। दोनों ने पिछले साल चेंगवोन (कोरिया) वर्ल्ड कप में 10 मी एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सिल्वर जीता था।
शूटिंग का पहला इंटरनेशनल फेडरेशन 1907 में बना
पहले ओलिंपिक (1896 एथेंस) में 7 देशों के 39 शूटर ने हिस्सा लिया था। शूटिंग का पहला इंटरनेशनल फेडरेशन 1907 में बना। इसमें दुनिया के सात देश थे। इसके बाद धीरे-धीरे कई देश इससे जुड़ते गए और वर्ल्ड चैम्पियनशिप शुरू हुई। 1937 में पहली बार महिलाओं के लिए ओपन वर्ल्ड चैम्पियनशिप हुई। 1966 में मिक्स्ड इवेंट शुरू हुए। इसी साल एयर राइफल और 1970 में एयर पिस्टल को इसमें शामिल किया गया। 1980 में इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) से 100 देश जुड़ गए। 1986 में नए फॉर्मेट से वर्ल्ड कप शुरू हुआ। इसमें एक साल में 4 से 6 वर्ल्ड कप और एक वर्ल्ड कप फाइनल्स खेला जाने लगा। अब यह इसी फॉर्मेट से खेला जाता है। इस साल 4 वर्ल्ड कप और एक फाइनल्स होगा।
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