भुवनेश्वर. पुलवामा हमले के ओडिशा के प्रसन्ना साहू भी शहीद हो गए। इस घटना के बाद से ही उनके परिवार में मातम का माहौल है। हालांकि, प्रसन्ना की पत्नी मीना इस गम के बाद भी इस बात को लेकर दृढ़ है कि उनकी उनके पति की जो ड्यूटी अधूरी रह गई है, उसे पूरा करने के लिए उनका बेटा सीआरपीएफ में शामिल होगा। बता दें, प्रसन्ना साहू उन 40 जवानों में से एक हैं, जो 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए।
बेटा पूरी करेगा ड्यूटी
– प्रसन्ना साहू जगतसिंहपुर जिले के शिखर गांव के रहने वाले थे। उनके परिवार को गुरुवार रात 11 बजे सीआरपीएफ हेडक्वॉर्टर से शहीद होने की खबर मिली।
– आतंकी हमले में जान गंवाने के बाद से उनकी पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी शहादत पर गांव के लोगों में भी आतंकियों के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है।
– वहीं, उनकी पत्नी मीना ने अपने बेटे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मेरे पति की जो ड्यूटी अधूरी रह गई है, उसे पूरा करने के लिए जगन सीआरपीएफ में शामिल होगा।
सदमे से उबरना मुश्किल
– पिता की शहादत पर बेटे जगन ने कहा कि सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए।'' वहीं, बेटी रोनी ने कहा कि पिता पर गर्व है लेकिन इस सदमे से बाहर आना मुश्किल है।
– जगन 12वीं का स्टूडेंट है, जबकि उसकी बहन रोनी ग्रैजुएशन फर्स्ट ईयर में पढ़ती है। बता दें, 48 साल के प्रसन्ना सीआरपीएफ की 61वीं बटालियन में हेड कॉन्स्टेबल थे।
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