13वें ग्लोबल कम्यूनिकेशन कॉन्क्लेव में मिले अवॉर्ड
सिगरौली।भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) को एक बार फिर बेहतरीन जनसम्पर्क कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान हासिल हुआ है। जयपुर में आयोजित 13वें ग्लोबल कम्यूनिकेशन कॉन्क्लेव में कंपनी की गृह पत्रिका ‘एनसीएल पैनोरमा’, सीएसआर न्यूजलेटर ‘पल्लव’, ‘ट्रांसफॉर्म सिंगरौली’ मिशन के लिए किए गए रूरल कम्यूनिकेशन, एनुअल रिपोर्ट तथा सीएसआर कार्यों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए पब्लिक रिलेशंस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीआरसीआई) ने शनिवार को एनसीएल को एक्सिलेंस अवॉर्ड से नवाजा। पीआरसीआई एक्सिलेंस अवॉर्ड्स को भारत में ‘पीआर का ऑस्कर अवॉर्ड’ भी कहा जाता है और यह पहला अवसर था जब एनसीएल को राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार समारोह में एक साथ 05 पुरस्कार हासिल हुए हों।
कंपनी की ओर से जनसम्पर्क अधिकारी श्री सीरज कुमार सिंह, उप प्रबंधक (का/जनसम्पर्क) श्रीमती पूर्वी श्रीवास्तव, सहायक प्रबंधक (सामुदायिक विकास) सुश्री पारुल यादव एवं श्री विवेक गौतम ने वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व राज्यसभा सांसद श्री एच.के. दुआ एवं प्रधानमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार एवं प्रवक्ता श्री एस. नरेन्द्र के हाथों ये पुरस्कार ग्रहण किए। इस दो दिवसीय कॉन्क्लेव का उद्घाटन भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा ने बतौर मुख्य अतिथि किया।
एनसीएल को मिले इन बेहद प्रतिष्ठित जनसम्पर्क पुरस्कारों के लिए अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री पी.के. सिन्हा एवं निदेशकमंडल ने कंपनी की टीम पीआर यानी जनसम्पर्क विभाग की टीम को हार्दिक बधाई दी है और उम्मीद जाहिर की है कि यह टीम आने वाले समय में भी इसी तरह एनसीएल की ब्रैंड इमेज को नई ऊंचाइयां दिलाती रहेगी।
गौरतलब है कि एनसीएल ने हाल के वर्षों में अपने कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन एवं पब्लिक रिलेशंस (सीसीएंडपीआर) कार्यों को काफी व्यापकता दी है, जिनके जरिये जनसम्पर्क के परंपरागत माध्यमों के साथ-साथ आधुनिक तौर-तरीकों से कंपनी के समस्त हितग्राहियों (स्टेकहोल्डर्स) तक पहुंचने एवं उनसे संचार कायम करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है, जिन्हें अब राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान हासिल हो रहे हैं।
गुलाबी शहर जयपुर में ‘पीआर-वाट्स द बिग आइडिया’ थीम पर आयोजित पीआरसीआई के 13वें ग्लोबल कम्यूनिकेशन कॉन्क्लेव में भी जनसम्पर्क, संचार, एडवर्टाइजिंग एवं जनसंचार से जुड़ी विभिन्न विधाओं से देश-विदेश के 200 से अधिक संस्थानों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।