सिगरौली।आदिवासी बालिकाओं को शिक्षा के माध्यम से समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के उद्देश्य से नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी अपनी निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) योजना के तहत सिंगरौली जिला प्रशासन के साथ मिलकर जिला मुख्यालय के समीप एक आदिवासी बालिका छात्रावास का निर्माण कराएगी। 2 करोड़ 30 लाख रुपए की लागत से बनने वाले इस छात्रावास में 100 आदिवासी छात्राओं के रहने की व्यवस्था की जाएगी।
इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु कंपनी ने बुधवार को सिंगरौली जिला प्रशासन के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया। सिंगरौली जिला कलेक्टर कार्यालय में एनसीएल की ओर से कंपनी के महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री आत्मेश्वर पाठक और सिंगरौली जिला प्रशासन की ओर से सहायक आयुक्त, जन-जातीय कार्य विभाग श्री संजय खेडकर ने रीवा संभाग आयुक्त श्री अशोक भार्गव, सिंगरौली जिला कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी एवं सिंगरौली जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रियंक मिश्रा की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
सिंगरौली जिला कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने आदिवासी बालिका छात्रावास के निर्माण को जिले की आदिवासी लड़कियों के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम बताया और अपने सीएसआर कार्यक्रम के माध्यम से सिंगरौली जिले के विकास में योगदान देने के एनसीएल के प्रयासों की प्रशंसा की।
एनसीएल के महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री आत्मेश्वर पाठक ने सिंगरौली प्रशासन को कंपनी की ओर से भविष्य में भी जिले के विकास में हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।
आदिवासी बालिका छात्रावास का निर्माण सिंगरौली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले देवरा ग्राम में किया जाएगा, जिसमें सिंगरौली जिले के दूर-दराज इलाकों से वैढ़न आकार पढ़ने वाली 100 आदिवासी बालिकाओं के रहने की व्यवस्था की जाएगी। छात्रावास खाना बनाने के लिए रसोई, खाना खाने के लिए डाइनिंग हॉल और खेल-कूद जैसी गतिविधियों के लिए कॉमन एरिया जैसी सभी सुविधाओं से युक्त होगा।