-राम विवाह के मंचन के अवसर पर राम सीता के रूप में आदिवासी निर्धन कन्या का कराया गया विवाह।
गुरमा/सोनभद्र(मोहन गुप्ता)सन् 1963 से चली आ रही गुरमा का आदर्श ऐतिहासिक रामलिला मंचन पर इस बार भी *आदर्श* के रूप में फिर एक बार साबित हुआ है।रामलीला समिति के तत्वाधान में राम विवाह के अवसर पर सीता के रूप मे आदिवासी निर्धन कन्या ममता पुत्री सन्त कुमार ग्राम सभा रूदौली थाना चोपन सोनभद्र-राम के रूप मे ज्ञानचन्द्र पुत्र दिनानाथ ग्राम रजखङ थाना दुध्दी,के साथ विवाह कर ऐतिहासिक रूप में राम सीता बन गये ।
इस ऐतिहासिक विवाह के साक्षी के रूप में सदर ब्लाक प्रमुख अशोक कुमार पटेल,गुरमा रामलिला कमेटी के संस्थापक व संरक्षक रामश्रय भारती,समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष विजय यादव,गुरमा चौकी प्रभारी जयशंकर राय आदि क्षेत्रिय नागरिक इस ऐतिहासिक विवाह के साक्षी बने। राम के वेशभूषा में ज्ञानचन्द्र गाँजा बाजे के साथ गुरमा के रामलिला के मच पर पहुँचते ही गुरमा के नगरवासी बारात पक्ष का जोरदार फुल मालाओ से स्वागत अभिनंदन करते हुए मंच पर पहुँचे और सीता के रूप के वेशभूषा मे सजी ममता को जयमाल गले मे डालकर असल जिंदगी मे राम सीता बन गए।
उसके बाद हिन्दू धर्म के अनुसार पंडित द्वारा वैदिक मंत्रोचार कर विवाह संपन्न कराई गयी।इसके बाद आशिर्वाद के रूप मे लोगों के द्वारा गरीब कन्या को एक बेड, एक साइकिल,अगुठी चैन पायल वर्तन नगदी धन देकर लम्बी उम्र के साथ उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ के साथ वर बधु को आशिर्वाद देकर विदा किया। इस अवसर पर रामलिला समिति के के अध्यक्ष तेजधारी यादव, संयोजक,गौतम यादव, कोषाध्यक्ष राजकुमार मिश्रा,प्रकाश बादल, विकास पटेल,संजय चौबे,सुनिल अग्रहरि, सुरेश गुप्ता,ज्ञानचन्द्र अग्रहरी,विनय गुप्ता अशोक कुमार,गुलाब नब्बी एखलाख खा,,दुलारी देवी राजीव मिश्रा इत्यादि लोग उपस्थित रहे।।