@भीम कुमार
(दुद्धी सोनभद्र)राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्राम्य विकास विभाग के अन्तर्गत इन्टेन्सिव ब्लॉक दुद्धी के ग्राम खजुरी में स्टार्टअप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम के कार्यालय में नवचयनित कुल 18 कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन- एंटरप्रिन्योर प्रमोटर (सीआरपी-ईपी) का छः दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण दिन शुक्रवार, दिनांक 6 जुलाई 2018 को शुरू किया गया था जो आज बुधवार दिनांक 11 जुलाई 2018 को सम्पन्न हो गए। प्रशिक्षण के छ्ठे एवं अन्तिम दिन बुधवार को प्रशिक्षण का अवलोकन करने बीएपी जय कुमार जोशी के संग बीडीओ प्रवीणानन्द प्रशिक्षण हॉल पहुँचे। जहाँ प्रशिक्षणार्थियों से फिडबैक लिए एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को किस प्रकार से कार्ययोजना बनाकर बेहतर द्वारा लाभ पहुँचाया जा सकता है इसके लिए टिप्स भी बताए। समूह एवं ग्राम संगठन के सदस्यों के बीच किस प्रकार से आंतरिक लेन देन की प्रक्रिया अपनाई जा रही है एवं सभी लेन देन का बेहतर ढंग से हिसाब किताब भी लिखकर रखा जा रहा है। समूह की महिला किस प्रकार से आपसी तालमेल से एक दूसरे को ऋण देने में मददगार साबित होती है एवं आजीविका सम्बर्धन सम्बन्धी क्रियाकलापों को करने के लिये प्रेरित करती है उससे सिख लेने की सलाह दिए।
ब्लॉक एंकर पर्सन जय कुमार जोशी ने बताया कि ब्लॉक दुद्धी में एनआरएलएम के द्वारा स्टार्टअप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम (एसवीपी) का भी क्रियान्वयन किया जा रहा है। पूरे ब्लॉक क्षेत्र में समूह की महिलाओं के बीच इस कार्यक्रम का लाभ देने के ख्याल से धरातल पर इसके क्रियान्वयन के लिए नारीशक्ति प्रेरणा संकुल स्तरीय संघ को नोडल एजेंसी बनाया गया है। एसवीपी के लिए अलग से ब्लॉक संसाधन केन्द्र (बीआरसी) कार्यालय ग्राम खजुरी के निजी भवन में बनाया गया है। संकुल संघ के द्वारा सीआरपी-ईपी का चयन कर प्रशिक्षण करवाया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित कर छोटे मोटे स्वरोजगार से कैसे जोड़कर उद्यमी के रूप में विकसित किया जा सकता है उन्हीं संभावना पर उनकी समझ विकसित करना है। समूह की महिलाओं को उद्यमी के रूप में प्रमोट करने के लिए प्रशिक्षण देना, 1% मासिक व्याज दर से समूह से ऋण दिलवाना , किश्त के अनुसार ऋण वापसी शुनिश्चित करवाना आदि विषयों पर मजबूती से कार्य करना आदि सीआरपी-ईपी का प्रमुख दायित्व है। प्रशिक्षण के अंतिम दिन आज सभी को गॉव आवंटित किए गए एवं लक्ष्य आवंटित किए गए। ब्लॉक को तीन क्लस्टर में बांटा गया है एवं प्रत्येक क्लस्टर में 5-5 सीआरपी ईपी पदस्थापित किये गए हैं। प्रतिदिन प्रगति की रिपोर्ट एनआरएलएम के एप्लिकेशन पर ऑनलाइन भरे जाएँगे एवं विशेषज्ञ मोनिटरिंग करेंगे। इसके लिए सभी को एंड्रॉयड स्मार्टफोन में तकनीकी जानकारी भी दी गई। इस दौरान बीएपी जय कुमार जोशी, परियोजना प्रबंधक प्रत्युष त्रिपाठी, एमआईएस मैनेजर आकाश कुमार आदि मौजूद रहे।
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