समाज के सहयोग के बिना संभव नहीं बाल श्रम उन्मूलन– शेषमणि दुबे

सर्वेश श्रीवास्तव

सोनभद्र। बाल कल्याण समिति के सदस्य अमित सिंह की अध्यक्षता में सोनभद्र रेलवे स्टेशन पर आयोजित बैठक में बाल तस्करी से जुड़ी मुद्दो पर हुई चर्चा बाल कल्याण समिति की तरफ से जहा बैठक कर बाल तस्करी-बाल भिक्षावृत्ति एवं बाल श्रम रोकने की रणनीति बनाई गई। वहीं “नो चाईल्ड लेबर” अभियान के तहत जिले में विभिन्न जगहों पर एक साथ अभियान चलाकर 14 बाल श्रमिक मुक्त कराए गए। वहीं 11 नियोक्ताओं को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। इसको लेकर अभियान चलाए जाने के साथ ही, लोगों में

इसको लेकर जागरूकता कैसे बनाई जाए, इस पर चर्चा-रणनीति के साथ ही, सड़क और रेल मार्ग से होने वाली ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर प्रभारी रोक लगाने के लिए संबंधितों को सक्रियता बढाने के निर्देश दिए गए। संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक ने बाल तस्करी से जुड़ी जरूरी जानकारियां दी। कहा कि इससे निबटने के लिए जनजागरूकता – जनसहभागिता की भी जरूरत है। बताया कि पीड़ित बच्चे, तस्करों के चंगुल में फंसकर कई तरीके से शोषण के शिकार होते हैं, इसको देखते हुए, सभी को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। जिला बाल संरक्षण इकाई से ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे ने कहा कि हाल मे ही बाल भिक्षा वृत्ति से 18 बच्चों को एवं बाल श्रम से 14 बच्चों को मुक्त कराया गया है। इसी तरह से सूचनाओं का जाल फैलाते हुए, बाल तस्करी, बाल भिक्षा वृत्ति एवं बाल श्रम पर प्रभावी रोक लगाई जाए साथ ही यह भी कहा गया कि समाज के सहयोग के बिना संभव नहीं बाल श्रम उन्मूलन। धर्मवीर सिंह ने भी बाल तस्करी-बाल भिक्षावृत्ति से जुड़े विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया और इस पर रोक के उपाय सुझाए। इस दौरान बाल कल्याण समिति के सदस्य अमित सिंह चंदेल, स्टेशन मास्टर प्रभात श्रीवास्तव, जिला बाल संरक्षण इकाई से संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक, ओआरडब्ल्यू .शेषमणि दूबे, चाइल्ड हेल्पलाइन यूनिट से सुपरवाईजर धर्मवीर सिह, केस वर्कर आदि मौजूद रहे।

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