ब्लड मैच न करने का बहाना लगा प्राइवेट अस्पताल में जाने को बोला
दुद्धी-सोनभद्र(रवि कुमार सिंह)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में स्थित दुद्धी रक्त कोष केंद्र में रविवार को एक महिला मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। अस्पताल गेट पर ही औरंगजेब की छोटी सी मोटर गैरेज की दुकान है। रविवार को उसकी 40 वर्षीय पत्नी नसीमा बेगम को सुबह 10:30 बजे तबीयत खराब होने की दशा में सीएचसी लाया गया। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने उनकी ब्लड जांच कराई। जिसमें 7 ग्राम ब्लड होने की दशा में खून चढ़वाने का परामर्श दिया गया। मिस्त्री पर मुसीबत देख
उनके सहयोगी मिस्त्री जानी मसीह व एक ड्राइवर फैजल अली ने दुद्धी ब्लड बैंक पहुंचकर अपना ब्लड चेक डोनेट किया। एलटी अखिलेश द्वारा एक हाथ से ब्लड चेक व मैच करने के लिए खून निकाला गया, वहीं दूसरी तरफ थोड़ी देर बाद दूसरी हाथ से एक-एक यूनिट ब्लड दोनों लोगों का निकाला गया। ब्लड निकालने के कुछ देर बाद एलटी अखिलेश ने बताया कि ब्लड मैच नहीं कर रहा है। मरीज को लेकर आप लोग साईं हॉस्पिटल राबर्ट्सगंज चले जाइए। डोनर रहेगा तो ₹1500 सौ और नहीं रहेगा तो ₹7000 देंगे तो वह खुद ही ब्लड चढ़ा देंगे। इतना सुनते ही मिस्त्री और उसके साथी गुस्से से नाराज़ हो गए। मरीज के परिजन ब्लड बैंक के बाहर आकर व्यवस्थाओं और ब्लड बैंक कर्मी के द्वारा सोशल भ्रष्टाचार दबंगई को देख मुर्दाबाद के नारा लगाना शुरू कर दिया। जानकारी मिलने पर ब्लड बैंक प्रभारी डॉ वरुणा निधि मौके पर पहुंच गए। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ वरुणानिधि ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है।शोषण की कोई लिखित शिकायत करता है तो बेशक जांच कर कार्यवाई की जाएगी। सीएचसी पहुंचे एडिशनल सीएमओ डॉ आरजी यादव ने मौके पर मौजूद ब्लड बैंक प्रभारी वरुणा निधि की दलील को खारिज करते हुए कहा कि क्या कोई लिखित शिकायत मिलेगी तभी कार्यवाई संभव है। आप ऐसे ब्लडकर्मियों पर पैनी निगाह रखें । अस्पताल में पैसे मांगने की शिकायत पर मरीज के परिजन सितारे आलम को बुलाया गया और उससे पूछताछ की। उसने बताया कि उसे ब्लड बैंककर्मी अखिलेश ने जांच के नाम पर ₹400 लिए हैं तथा 5500 एक यूनिट ब्लड देने के लिए किसी व्यक्ति द्वारा मांग की गई थी। मरीज के परिजन की बात सुनकर एडिशनल सीएमओ ने कहा कि चुनाव आचार संहिता समाप्त होते ही तत्काल एलटी के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लिया जाएगा।